ग़ाज़ा में हवाई मदद भेजने को तैयार बेल्जियम
बेल्जियम के रक्षामंत्री थियो फ्रेंकन ने शनिवार को एलान किया कि उनका देश ग़ाज़ा पट्टी के लिए इंसानी मदद की हवाई आपूर्ति (एयरड्रॉप) के लिए पूरी तरह तैयार है। डच अख़बार ‘हेट लाटस्टे न्यूज़’ से बात करते हुए उन्होंने कहा, “हम हफ्तों से जॉर्डन के रास्ते फिर से ये ऑपरेशन शुरू करने को तैयार हैं। हम लगातार इस पर काम कर रहे हैं। ग़ाज़ा में हालात बेहद डरावने हैं और हमें मदद करनी चाहिए। अगर जॉर्डन और इज़रायल से हरी झंडी मिल जाए, तो हम तुरंत कार्रवाई करेंगे।”
गौरतलब है कि बेल्जियम इससे पहले भी ग़ाज़ा में फंसे हुए लोगों के लिए हवाई राहत अभियानों में अंतरराष्ट्रीय सहयोग का हिस्सा रह चुका है।इस बीच, ग़ाज़ा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुक्रवार सुबह बताया कि बीते 24 घंटों में भूख और कुपोषण की वजह से 9 और फ़िलिस्तीनी जान से हाथ धो बैठे हैं। इस तरह अब तक भूख से मरने वालों की संख्या 122 हो चुकी है, जिनमें 83 बच्चे हैं। 2 मार्च से, इज़रायल ने हमास के साथ संघर्ष-विराम और क़ैदी आदान-प्रदान समझौते से पीछे हटते हुए ग़ाज़ा की सीमा को बंद कर दिया है, जिसके चलते सैकड़ों राहत ट्रक बॉर्डर पर फंसे हुए हैं।
अंतरराष्ट्रीय संघर्ष-विराम की अपीलों को नज़रअंदाज़ करते हुए, इज़रायल ने अक्टूबर 2023 से ग़ाज़ा पर बर्बर हमले जारी रखे हैं, जिसमें अब तक 59,000 से अधिक फ़िलिस्तीनी मारे जा चुके हैं, जिनमें बड़ी संख्या में महिलाएं और बच्चे हैं। लंबे समय से जारी घेराबंदी के चलते हाल के दिनों में भूख से मौतें तेज़ी से बढ़ी हैं।
पिछले नवंबर में, अंतरराष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय (ICC) ने ग़ाज़ा में युद्ध अपराधों और मानवता के खिलाफ अपराधों के आरोप में इज़रायली प्रधानमंत्री नेतन्याहू और उनके पूर्व रक्षामंत्री के खिलाफ गिरफ़्तारी वारंट जारी किए थे। इसके अलावा, इज़रायल पर ग़ाज़ा में चल रहे युद्ध को लेकर अंतरराष्ट्रीय न्यायालय (ICJ) में नरसंहार का मुकदमा भी चल रहा है।

