ग़ाज़ा नरसंहार में ब्रिटेन की भागीदारी ख़त्म करने के लिए प्रधानमंत्री से अपील
रिज़ अहमद और दुआ लीपा समेत ब्रिटेन की 300 से अधिक जानी-मानी हस्तियों ने एक खुला पत्र लिखकर प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर से अपील की है कि वे ग़ाज़ा में जारी नरसंहार में ब्रिटेन की भागीदारी को तुरंत समाप्त करें।
“शब्द ग़ाज़ा के बच्चों का पेट नहीं भर सकते”
अपने पत्र में उन्होंने लिखा: “माननीय प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर, हम आपसे अपील करते हैं कि आप ग़ाज़ा में इज़रायल द्वारा किए जा रहे नरसंहार को रोकने के लिए तत्काल कार्रवाई करें। इस वक़्त ग़ाज़ा के बच्चे भुखमरी का शिकार हैं, जबकि भोजन और दवाएं सीमा पर थोड़ी ही दूर मौजूद हैं लेकिन उन पर पाबंदी है। शब्द ग़ाज़ा के बच्चों का पेट नहीं भर सकते। ग़ाज़ा की 1.2 मिलियन आबादी में से हर कोई भुखमरी झेल रहा है।”
“इससे पहले कि, ग़ाज़ा के बच्चे हमेशा के लिए खामोश हो जाएं, इसे रोका जाए”
पत्र में आगे कहा गया: “जैसा कि आप देख रहे हैं, ग़ाज़ा में मां-बाप, दादा-दादी, बच्चे और पूरी आबादी दुनिया की आंखों के सामने भूख से मरने की कगार पर है। पिछले 70 दिनों से 71 हज़ार से ज़्यादा बच्चे गंभीर कुपोषण का शिकार हैं। इससे पहले कि भूख से बिलखते बच्चे हमेशा के लिए चुप हो जाएं, और उनके माता-पिता के पास उनकी यादों के सिवा कुछ न बचे, आप इसे रोकिए।”
बच्चों का जनसंहार
ग़ाज़ा में अब तक 15 हज़ार बच्चे मारे जा चुके हैं, जिनमें से 4 हज़ार की उम्र 4 साल से कम थी। वे बेडरूम जहां बच्चे सोते थे, वे किचन जहां पूरा परिवार साथ बैठकर खाना खाता था, वे स्कूल जहां वे पढ़ते थे, सब अब मलबा बन चुके हैं। सिर्फ़ “यह अस्वीकार्य है” कहने से कुछ नहीं होगा, हर पल वहां एक बच्चा मारा जा रहा है। यह भागीदारी मजबूरी नहीं, एक चुनाव है। अब यह चुनाव प्रधानमंत्री को करना है।
पत्र में प्रमुख मांगें
1- इज़रायल को हथियार और सैन्य लाइसेंस देना तुरंत बंद किया जाए।
2- पूरे क्षेत्र में राहत पहुंचाने के लिए सभी मानवीय संस्थाओं को बिना सैन्य दखल के पूरी पहुंच दी जाए।
3- ग़ाज़ा के बच्चों से वादा कीजिए कि आप तुरंत युद्ध-विराम और भुखमरी का अंत करेंगे।
“इतिहास इसे कभी नहीं भूलेगा”
पत्र के अंत में लिखा गया: “दुनिया देख रही है और इतिहास इसे कभी नहीं भूलेगा। ग़ाज़ा के बच्चे अगले मिनट का इंतज़ार नहीं कर सकते। प्रधानमंत्री, आप क्या चुनेंगे?युद्ध अपराधों में साझेदारी या साहसी कार्रवाई?”

