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किसी भी इज़रायली घुसपैठ का मुंहतोड़ जवाब दिया जाए: लेबनान के राष्ट्रपति

किसी भी इज़रायली घुसपैठ का मुंहतोड़ जवाब दिया जाए: लेबनान के राष्ट्रपति

लेबनान के राष्ट्रपति जोसेफ औन ने गुरुवार को सेना को निर्देश दिया कि, किसी भी इज़रायली घुसपैठ का मुंहतोड़ जवाब दिया जाए। यह निर्देश उस समय आया जब दक्षिणी लेबनान के एक सीमा गांव में इज़रायली सेना की फायरिंग से एक नगरपालिका कर्मचारी मारा गया। वहीं हिज़बुल्लाह ने अपने बयान में सेना को पूरा समर्थन देने की घोषणा की है और रक्षात्मक क्षमताओं को और मजबूत करने पर ज़ोर दिया है।

राष्ट्रपति कार्यालय के बयान के अनुसार, राष्ट्रपति औन ने सेना प्रमुख रुदोल्फ हाइकल से मुलाकात में कहा कि, दक्षिणी लेबनान की मुक्त की गई भूमि पर किसी भी इज़रायली अग्रसरता को रोकने के लिए क़दम उठाए जाएं, ताकि देश की सीमाओं और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके। उन्होंने नगरपालिका कर्मचारी की हत्या को इज़रायली आक्रामक कार्रवाइयों की एक कड़ी बताया।

इसी संदर्भ में, हिज़्बुल्लाह ने अपने बयान में कहा कि सेना को इज़रायल का सामना करने के लिए अपनी रक्षात्मक क्षमताएं और मजबूत करनी चाहिए। लेबनान की सरकारी समाचार एजेंसी के अनुसार, गुरुवार की सुबह इज़रायली सेना ने दक्षिणी कस्बे बलिदा में घुसपैठ की और नगरपालिका के एक कर्मचारी को उस समय गोली मार दी जब वह कार्यालय भवन में सो रहा था।

इज़रायली सेना ने घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि उसकी फ़ोर्सेज़ ने रात के समय हिज़्बुल्लाह की सैन्य ठिकानों को नष्ट करने के ऑपरेशन के दौरान फायरिंग की। घटना के बाद लेबनानी सेना ने इलाके में गश्त तेज़ कर दी, हालांकि अधिक जानकारी नहीं मिल सकी। सरकारी एजेंसी के अनुसार, इज़रायली सेना रात लगभग डेढ़ बजे बलिदा के रिहायशी इलाकों में दाखिल हुई और सुबह चार बजे के करीब वापस चली गई।

दूसरी ओर, गुरुवार को इज़रायली युद्धक विमानों ने दक्षिणी इलाकों जर्मक, अल-खरदली और अल-महमूदिया के आसपास कई हवाई हमले किए, जिनसे कई स्थानों पर आग लग गई। इज़रायली सेना पिछले साल हुए युद्ध-विराम समझौते के बावजूद लेबनान में हवाई और ज़मीनी कार्रवाइयां जारी रखे हुए है।

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