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इस्राईल और जॉर्डन के बीच हुए बिजली के बदले पानी समझौते के खिलाफ अरब जगत में रोष

इस्राईल और जॉर्डन के बीच हुए बिजली के बदले पानी समझौते के खिलाफ अरब जगत में रोष कई हजार जॉर्डन वासी अपनी सरकार से इस्राईल के साथ शांति रद्द करने और सामान्यीकरण के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। कई हजार जॉर्डनियों ने शुक्रवार को इस्राईल और जॉर्डन साम्राज्य के बीच यूएई द्वारा हस्ताक्षरित एक जल-बिजली अनुबंध के विरोध में प्रदर्शन भी किया।

इस्राईल और जॉर्डन के बीच हुए बिजली के बदले पानी समझौते पर प्रदर्शनकारियों ने अपनी सरकार से समझौते को रद्द करने का आह्वान करते हुए कहा कि कोई भी सामान्यीकरण “अपमानजनक आत्मसमर्पण” होगा। प्रदर्शनकारियों ने “सामान्यीकरण देशद्रोह है” और “शर्मनाक समझौते के लिए नहीं” का नारा लगाया।

जॉर्डन, इज़राइल और यूएई ने पिछले सोमवार को अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी की उपस्थिति में समझौते पर हस्ताक्षर किए। इस समझौते के एक हिस्से के रूप में, जॉर्डन नई भंडारण सुविधाओं से इस्राईल को 600 मेगावाट हरित बिजली का निर्यात करेगा, जो इस समझौते के तहत बनाई जाएगी। इसके बदले में  इस्राईल में बनाई जाने वाली एक नई विलवणीकरण सुविधा से  इस्राईल जॉर्डन को 200 मिलियन क्यूबिक मीटर तक विलवणीकृत पानी के निर्यात पर विचार करेगा।

इस समझौते के बयान में यह भी कहा गया है कि यह समझौता जलवायु संकट की चुनौतियों के साथ-साथ इस क्षेत्र में ऊर्जा सुरक्षा और पानी की आपूर्ति के लिए एक संयुक्त प्रतिक्रिया को सक्षम करेगा। इस्राईली मंत्रालय ने यह बताया है कि, इस्राईल और यूएई के बीच सितंबर 2020 में हस्ताक्षर किए गए सामान्यीकरण समझौते के कारण इस सहयोग को संभव बनाया जा सका है।

शुक्रवार के प्रदर्शन का आयोजन इस्लामी और वामपंथी दलों के साथ-साथ आदिवासी समूहों और यूनियनों सहित विपक्षी दलों के मिश्रण द्वारा किया गया था। इस्राईल और जॉर्डन के बीच हुए बिजली के बदले पानी समझौते से अरब जगत में रोष नज़र आ रहा है है।

 

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