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ईरान को अमेरिका का संदेश, सीरिया में टकराव नहीं चाहता

ईरान को अमेरिका का संदेश, सीरिया में टकराव नहीं चाहता

सीरिया में लगातार दो दिन तक अमेरिका के बर्बर हमलों के बीच वाशिंगटन ने तेहरान को संदेश देते हुए कहा है कि वह सीरिया में न तो टकराव चाहता है न ही संघर्ष को बढ़ावा देने का इच्छुक है लेकिन वह अपने हितों के लिए ज़रूरी क़दम उठाएगा.

अमेरिकी सूत्रों के अनुसार बाइडन प्रशासन ने कई माध्यम से ईरान तक अपना पैग़ाम पहुंचा दिया है कि अमेरिका सीरिया में किसी तनाव को बढ़ाने का इरादा नहीं रखता न ही किसी टकराव को बढ़ाने का इच्छुक है. वह सिर्फ अपने हितों की रक्षा के लिए यह कार्रवाई कर रहा है.

न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार बाइडन हालाँकि सीरिया में अपनी फौजी ताक़त बढ़ाने की नीतियों पर काम कर रहे हैं लेकिन उन्होंने ईरान को साथ ही संदेश भी दे दिया है कि अमेरिका इस क्षेत्र में तनाव बढ़ाना नहीं चाहता है.

ताजा घटनाक्रम के अनुसार सीरिया के झड़पों का नया दौर उस समय शुरू हुआ जब अमेरिका ने सीरिया में कई ठिकानों पर हमला करने की जानकारी देते हुए कहा कि उसने सीरियन सेना के ठिकानों को हमलों का निशाना बनाया है जिसे ईरान के सलाहकार इस्तेमाल करते थे.

अमेरिका ने दावा करते हुए कहा था कि यह हमले उसने अपने ठिकानों पर हुए ड्रोन हमले के बाद किये है. अमेरिका के सीरियन सेना के ठिकानों पर हमले के बाद ही एक बार फिर सीरिया के तेल और गैस मैदानों अल उमर और कोनिको में स्थित अमेरिका के अड्डों पर ड्रोन हमले हुए थे.

इस से पहले अमेरिकी मीडिया ने खबर देते हुए कहा था कि सीरिया में उसके दो अड्डों पर हुए ड्रोन हमलों में कई अमेरिकी घायल हुए हैं. NBC न्यूज़ ने एक अमेरिकी अधिकारी के हवाले से खबर देते हुए कहा था कि अमेरिकी अड्डों पर हुए ड्रोन हमलों में कई सैनिक घायल हुए हैं यह ड्रोन हमले किस कि ओर से किये गए थे अभी तक अमेरिकी सेना इस का पता लगाने में नाकाम रही है.

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