अमेरिका ब्रिटेन ने भी अलापा इस्राईल का राग, ईरान को बताया ड्रोन हमले का ज़िम्मेद्दार ओमान के तट के निकट इस्राईल के एक तेल टैंकर पर कथित हमले का आरोप ईरान के सर मंढने की तयारी है।
अमेरिका ब्रिटेन ने भी अब इस्राईल के राग को अलापना शुरू कर दिया है और ओमान तट के निकट अरब सागर में इस्राईल के इस जहाज़ पर हुए तथाकथित हमले का आरोप ईरान के सर मंढा है।
ईरान ने ऐसे किसी भी हमले से इंकार किया है लेकिन इस्राईल के बाद अब ब्रिटेन और अमेरिका ने भी ईरान पर ड्रोन हमले का आरोप लगाया है। हमले से इनकार कर रहे ईरान पर अमेरिका और ब्रिटेन के आरोपों के बाद दबाव और बढ़ गया है।
ब्रिटिश विदेश मंत्री डॉमनिक राब ने इसे ‘गैरकानूनी व क्रूर हमला’ बताते हुए कहा कि ब्रिटेन और उसके सहयोगी गुरुवार रात को तेल टैंकर मर्कर स्ट्रीट पर हुए हमले को लेकर समन्वित प्रतिक्रिया की योजना बना रहे हैं।
ईरान और विश्व शक्तियों के बीच खटाई में पड़े परमाणु समझौते के बाद उपजे तनाव के बीच यह इस क्षेत्र में लंबे अरसे बाद किसी वाणिज्यिक पोत पर हुआ हमला है। अमेरिका के विदेश मंत्री एटंनी ब्लिंकन ने कहा कि इस हमले का कोई औचित्य नहीं है। अब तक किसी ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है।
इस जहाज़ पर हमला किसने किया यह तो पता नहीं लेकिन ईरान और यमन, लेबनान और इराक़ में उसके घटक, लाल सागर, भूमध्य सागर, परशियन गल्फ और, हुरमुज़ स्ट्रेट, बाबुल मंदब स्ट्रेट और ओकबा खाड़ी पर छाए हुए हैं।
ओमान की खाड़ी में इस्राईली जहाज़ पर हमला करने वाला अन्य जगहों पर भी आसानी से दूसरे जहाज़ों को निशाना बना सकता है। प्रतिरोधी मोर्चे की महारत और दक्षता से जुड़ी यह बात बताना भी दिलचस्पी भरा होगा कि सन 2006 के युद्ध में ही हिज़्बुल्लाह ने बैरुत पर गोलाबारी करने वाले एक इस्राईली युद्धपोत को सटीक निशाना लगा कर तबाह कर दिया था।