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अल-क़स्साम ब्रिगेड का इजरायली सैनिकों पर बड़ा हमला, कई सैनिक मारे गए

अल-क़स्साम ब्रिगेड का इजरायली सैनिकों पर बड़ा हमला, कई सैनिक मारे गए

गाजा सिटी: फ़िलिस्तीनी प्रतिरोध आंदोलन हमास के सैन्य विंग, इज़्ज़ अल-दीन अल-क़स्साम ब्रिगेड्स, ने हाल ही में एक बड़े हमले की घोषणा की है। इस हमले में दक्षिण गाजा पट्टी के रफ़ाह शहर के तन्नूर मोहल्ले के एक घर में छिपे इजरायली सैनिकों को निशाना बनाया गया, जिसमें कई इजरायली सैनिक मारे गए और कई घायल हुए हैं। अल-क़स्साम ब्रिगेड ने अपने टेलीग्राम अकाउंट पर बयान जारी करते हुए कहा कि सैनिकों पर एंटी-पर्सनल बारूद का इस्तेमाल किया गया, जिससे उन्हें भारी नुकसान हुआ।

हमले की रणनीति और इजरायली प्रतिक्रिया
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, हमले के बाद मारे गए और घायल हुए सैनिकों को निकालने के लिए इजरायली सेना ने हेलीकॉप्टरों का उपयोग किया। इस दौरान क्षेत्र में फ़िलिस्तीनी प्रतिरोधी लड़ाकों और इजरायली सेना के बीच भीषण संघर्ष जारी रहा। इजरायली सेना ने गाजा पट्टी के विभिन्न हिस्सों में अपने ज़मीनी ऑपरेशन शुरू कर रखे हैं, जिसका मकसद गाजा पर कब्जा जमाना बताया जा रहा है।

हिज़बुल्लाह कमांडर इब्राहीम अक़ील की हत्या पर हमास की प्रतिक्रिया
दूसरी ओर, हमास ने लेबनान में हिज़बुल्लाह कमांडर इब्राहीम अक़ील की हत्या की कड़ी निंदा की है। हमास ने अपने बयान में इजरायल को चेतावनी दी है कि इब्राहीम अक़ील की हत्या का बदला लिया जाएगा और इजरायल को इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। फ़िलिस्तीनी प्रतिरोध आंदोलन ने इस हत्या को एक “कायरतापूर्ण अपराध” और एक “मूर्खतापूर्ण कार्रवाई” करार दिया है, जिसके गंभीर परिणाम होंगे।

गाजा पट्टी में इजरायली हमले
गाजा के विभिन्न क्षेत्रों में इजरायली सेना के हमलों की वजह से बड़ी संख्या में फ़िलिस्तीनियों की मौत हो रही है। इजरायली सेना ने हाल ही में एक शरणार्थी शिविर में तलाशी अभियान के दौरान कई फ़िलिस्तीनी युवाओं को निशाना बनाया, उन्हें शहीद किया, और उनकी लाशों का अपमान करते हुए उन्हें छत से नीचे फेंक दिया। इस बर्बरता की व्यापक निंदा हो रही है और यह घटना फ़िलिस्तीनी जनता में भारी आक्रोश पैदा कर रही है।

यह घटनाएं इजरायल-फ़िलिस्तीन संघर्ष की ताज़ा कड़ी हैं, जहां गाजा पट्टी में लगातार तनाव बना हुआ है। हिज़बुल्लाह और हमास के प्रतिरोध के साथ-साथ इजरायली सेना के भूमि अभियानों से यह संघर्ष और भीषण होता जा रहा है, जिसमें आम नागरिक सबसे ज्यादा प्रभावित हो रहे हैं।

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