यमन के हमले के बाद, इलात बंदरगाह की पूरी गतिविधियाँ बंद
फ़िलिस्तीन के क़ब्ज़े वाले इलाके में स्थित इलात बंदरगाह ने ऐलान किया है कि यमन के हमलों के चलते अब यह पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। इज़रायली चैनल 12 ने बताया कि यह फ़ैसला यमनी सशस्त्र बलों के लगातार ड्रोन और समुद्री हमलों के बाद लिया गया है। यह वही इलात बंदरगाह है जहाँ से इज़रायल, एशिया और अफ्रीका की दिशा में व्यापार करता था।
इज़रायली रिपोर्ट्स के अनुसार, रविवार से बंदरगाह की तमाम गतिविधियाँ रोक दी जाएँगी। इसके अलावा इलात नगर निगम ने बंदरगाह के सभी बैंक खाते भी सीज़ कर दिए हैं क्योंकि बंदरगाह भारी क़र्ज़ में डूबा हुआ था। यमनी सेना के प्रवक्ता ब्रिगेडियर याह्या सरी ने हाल ही में बताया कि ग़ाज़ा के मासूम लोगों के समर्थन में यमन ने इलात बंदरगाह पर ड्रोन हमला किया। साथ ही दो ज़ायोनी जहाज़ों को भी लाल सागर में निशाना बनाकर समंदर की गहराइयों में डुबो दिया गया।
यमन की अंसारुल्लाह (हौसी) सरकार ने साफ कहा है कि जब तक ग़ाज़ा पर इज़रायली हमले बंद नहीं होते और नाकाबंदी नहीं हटती, तब तक उनकी कार्रवाई जारी रहेगी। यमन, ग़ाज़ा की आवाज़ बना हुआ है, वह भी ऐसे समय में जब दुनिया की बड़ी ताक़तें चुप हैं। इस घटना ने दिखा दिया कि छोटे और घिरे हुए देश भी अगर इरादे मज़बूत हों तो इज़रायल जैसे ताक़तवर देश के व्यापार और अर्थव्यवस्था को झुका सकते हैं। यमन के इस क़दम ने पूरी दुनिया को यह संदेश दिया है कि ग़ज़ा अकेला नहीं है।

