सीरिया में तहरीर-अल-शाम के 14 विद्रोहियों की मौत, 10 घायल
दमिश्क पर हावी “हयात तहरीर-अल-शाम” विद्रोहियों के खिलाफ जनता के प्रदर्शन जारी हैं। इस दौरान इस समूह के भाड़े के लड़ाकों ने विभिन्न शहरों में प्रदर्शनकारियों पर हमला किया। हयात तहरीर-अल-शाम, जो सीरिया के विभिन्न हिस्सों में सक्रिय एक कट्टरपंथी विद्रोही संगठन है, के खिलाफ दमिश्क और आस-पास के इलाकों में जनता का गुस्सा उभरता जा रहा है। विद्रोही संगठन के खिलाफ जनता के प्रदर्शन बढ़ते जा रहे हैं, खासकर उन क्षेत्रों में जहां यह समूह अपनी कठोर नीतियों और आतंकवादी गतिविधियों के लिए बदनाम है।
इन प्रदर्शनों में लोग तहरीर-अल-शाम के शासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए उसके अत्याचारों की निंदा कर रहे हैं। अरबी सूत्रों ने गुरुवार सुबह बताया कि तहरीर-अल-शाम के विद्रोहियों ने प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार करने और होम्स, लताकिया और टार्टूस शहरों में लोगों के घरों पर छापेमारी के लिए बड़े अभियान शुरू किए।
विद्रोहियों से जुड़े “सीरियन ऑब्जर्वेटरी” ने कहा, “टार्टूस में एक पूर्व सेना अधिकारी को गिरफ्तार करने के प्रयास के दौरान झड़पों में 9 नागरिक मारे गए।” इराकी मीडिया “साबरीन न्यूज़” के एक पत्रकार ने लताकिया, दमिश्क और होम्स में लोगों पर विद्रोहियों के हमलों और गोलीबारी का जिक्र करते हुए बताया, “टार्टूस में एक सटीक घात में c।”
विद्रोहियों के लिए बढ़ती चुनौतियां
हयात तहरीर-अल-शाम के खिलाफ जनता का गुस्सा और सशस्त्र झड़पें यह संकेत देती हैं कि विद्रोही संगठन का प्रभाव अब कमजोर हो रहा है। संगठन के आतंरिक विवाद, जनता का बढ़ता आक्रोश और स्थानीय गुटों के प्रतिरोध ने तहरीर-अल-शाम के लिए मुश्किलें बढ़ा दी हैं।
सीरिया में तहरीर-अल-शाम जैसे विद्रोही संगठनों के खिलाफ बढ़ती गतिविधियां इस बात को दर्शाती हैं कि देश में राजनीतिक और सैन्य संघर्षों के समाधान की दिशा में नई चुनौतियां सामने आ रही हैं। ये घटनाएं सीरिया के संकटग्रस्त क्षेत्रों में सुरक्षा और स्थिरता की बहाली के प्रयासों के लिए महत्वपूर्ण हैं।