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ग़ाज़ा में इज़रायली बमबारी से 23 और फिलिस्तीनी शहीद

ग़ाज़ा में इज़रायली बमबारी से 23 और फिलिस्तीनी शहीद

ग़ाज़ा में इज़रायली बमबारी से 23 और फिलिस्तीनी शहीद हो गए, जिसमें महिलाओं और बच्चों की बड़ी संख्या शामिल है। पिछले 24 घंटों में ग़ाज़ा सिटी, नसीरात और बेइत लाहिया के इलाकों पर इज़रायली सेना द्वारा की गई बमबारी में ये हताहत हुए। इस बमबारी से ग़ाज़ा में स्थिति और भी भयावह हो गई है, और लोगों में भारी दहशत का माहौल है। इसके अलावा, वेस्ट बैंक में भी इज़रायली सेना द्वारा की गई हिंसा में 2 और फिलिस्तीनी नागरिक शहीद हो गए हैं।

ग़ाज़ा में इस बर्बरता का शिकार होकर अब तक शहीद होने वाले फिलिस्तीनियों की कुल संख्या 43,508 तक पहुंच चुकी है। संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार संगठन के मुताबिक, ग़ाज़ा में शहीद होने वालों में लगभग 70 प्रतिशत महिलाएं और बच्चे हैं, जो इस संघर्ष की विभीषिका को दर्शाते हैं। इस हिंसा में कई निर्दोष नागरिकों की जानें जा चुकी हैं, और बड़ी संख्या में लोग घायल हुए हैं, जिन्हें तत्काल चिकित्सकीय सहायता की आवश्यकता है।

इज़रायल ने लेबनान पर भी हमला किया है, जहां इज़रायली सेना के हमलों में 52 नागरिक शहीद हो गए हैं। इज़रायली सेना ने दावा किया है कि उसने लेबनान से छोड़े गए एक ड्रोन को भी मार गिराया। इसके अलावा, इज़रायली सेना की नबातिया और तायर में की गई बमबारी में एक चिकित्सा कर्मचारी समेत तीन नागरिक शहीद हो गए।

ग़ाज़ा और लेबनान में इज़रायली हमलों से मरने वालों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। इस संघर्ष में चिकित्सा और राहत सेवाओं को गंभीर चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। बमबारी और हमलों के चलते बचाव और राहत कार्य मुश्किल होते जा रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र और अन्य अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संगठनों ने इज़रायल से हिंसा को तत्काल रोकने और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की अपील की है, ताकि और अधिक निर्दोष लोगों की जान न जाए।

अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने भी इस मुद्दे पर चिंता व्यक्त की है और संघर्ष को समाप्त करने के लिए प्रयास करने की बात कही है। ग़ाज़ा और वेस्ट बैंक के फिलिस्तीनी नागरिकों के जीवन और संपत्ति पर लगातार हो रहे इन हमलों के कारण मानवीय संकट गहराता जा रहा है।

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