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सीरिया: असद ने 95.1% प्रतिशत मतों से एक बार फिर चुनाव जीता,

Supporters of Syria's President Bashar al-Assad celebrate before the results of the presidential election in Damascus, Syria, May 27, 2021. REUTERS/Omar Sanadiki

सीरिया के राष्ट्रपति बश्शार असद ने 95.1% भारी मतों से एक बार फिर चुनाव जीता, लेकिन विरोधियों और पश्चिम का कहना है कि उन्होंने ये जीत चुनाव में धोखाधड़ी द्वारा हासिल की है।

रायटर्स के अनुसार फ्रांस, जर्मनी, इटली, ब्रिटेन और संयुक्त राज्य अमेरिका के विदेश मंत्रियों ने चुनाव से पहले बश्शार असद की आलोचना करते हुए एक बयान में कहा था कि वोट स्वतंत्र या निष्पक्ष नहीं होगा। असद के विरोधी तुर्की ने भी चुनाव को नाजायज बताया है।
जहाँ एक तरफ़ उत्तर-पूर्व और उत्तर-पश्चिमी इदलिब क्षेत्र में एक स्वायत्त तेल-समृद्ध क्षेत्र का प्रशासन करने वाले विद्रोही तथा अमेरिका समर्थित कुर्द नेतृत्व वाली ताकतों ने चुनाव का बहिष्कार किया तथा बुधवार को बड़े प्रदर्शनों में चुनाव की निंदा भी की थी।

वही दूसरी तरफ़ चुनाव जीतने के बाद गुरुवार को पूरे दिन हजारों लोगों ने सीरिया के झंडे लहराए और गाते और नाचते हुए असद की तस्वीरें लीं तथा जश्न मनाया।

अधिकारियों ने बताया क हाल के दिनों में मतदान को प्रोत्साहित करने के लिए बड़ी रैलियों का आयोजन किया गया था तथा सुरक्षा तंत्र ने राज्य के कर्मचारियों को भी मतदान करने का निर्देश दिया था।

संसद के प्रमुख हम्मौदा सब्बाग ने गुरुवार को एक संवाददाता सम्मेलन में परिणामों की घोषणा करते हुए कहा कि मतदाता मतदान लगभग 78% था, जिसमें 14 मिलियन से अधिक सीरियाई लोगो ने भाग लिया।

यह बात भी उल्लेखनीय है कि इस जीत से असद सात साल और सत्ता में रहेंगे और इसने उनके परिवार के शासन को लगभग छह दशकों तक बढ़ा दिया। उनके पिता, हाफ़िज़ अल-असद ने 2000 में अपनी मृत्यु तक 30 वर्षों तक सीरिया का नेतृत्व किया।

असद की सरकार का कहना है कि बुधवार को हुए चुनाव से पता चलता है कि सीरिया एक दशक पुराने संघर्ष के बावजूद सामान्य रूप से काम कर रहा है।

राष्ट्रपति के रूप में असद के कार्यकाल को उस संघर्ष से परिभाषित किया जाता है जो 2011 में शांतिपूर्ण विरोध के साथ शुरू हुआ था लेकिन एक बहु-पक्षीय संघर्ष में बदल गया था जिसने मध्य पूर्वी देश को खंडित किया और विदेशी मित्रों और दुश्मनों दोनो ने इसका मुक़ाबला किया था।

असद ने अपने फेसबुक पेज पर लिखा, “सभी सीरियाई लोगों को उनके राष्ट्रवाद की उच्च भावना और उनकी उल्लेखनीय भागीदारी के लिए धन्यवाद। … सीरिया के बच्चों और युवाओं के भविष्य के लिए, आइए सीरिया के निर्माण की शुरुआत करें,” ।

अब जब उन्होंने देश के लगभग 70% हिस्से पर नियंत्रण हासिल कर लिया है तो असद की सबसे बड़ी चुनौती होगी अर्थव्यवस्था में गिरावट होना।

अमेरिका का प्रतिबंधों को कड़ा करना, पड़ोसी लेबनान का वित्तीय पतन, विदेशों में सीरियाई लोगों को कोविड -19 महामारी की मार और सहयोगी रूस और ईरान की पर्याप्त राहत प्रदान करने में असमर्थता की वजह से संभावनाएं खराब दिखती हैं।

बताते चले कि असद दो उम्मीदवारों, पूर्व उप कैबिनेट मंत्री अब्दुल्ला सलौम और एक छोटे आधिकारिक रूप से स्वीकृत विपक्षी दल के प्रमुख महमूद अहमद मारेई के खिलाफ चुनाव लड़ रहे थे। सब्बाग ने कहा कि मारेई को 3.3% वोट मिले, जबकि सलौम को 1.5% वोट मिले।

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