सऊदी हठधर्मी पर संयुक्त राष्ट्र को पारदर्शी रुख अपनाना चाहिए: यमन
यमन ने संयुक्त राष्ट्र से सऊदी गठबंधन द्वारा रोके गए तेल टैंकरों पर पारदर्शी रुख अपनाने का आह्वान किया है। अल-मसीरा न्यूज चैनल की रिपोर्ट के मुताबिक, यमनी सशस्त्र बलों के डिप्टी कमांडर जनरल अली हमूद अल-मुशकी ने अल-हदीदा में संयुक्त राष्ट्र निगरानी समिति के उपाध्यक्ष वीवेन वैनडी पीयर के साथ बैठक के दौरान कहा कि तेल ढोने वाले जहाजों की अवैध जब्ती, स्वीडन संधि का स्पष्ट उल्लंघन है।
यमनी जनरल ने इस बैठक में कहा कि यमन के लिए तेल ले जा रहे जहाजों को ज़ब्त करने के मामले में संयुक्त राष्ट्र को पारदर्शी रुख अपनाना चाहिए। इस अवसर पर दोनों पक्षों ने स्वीडिश समझौते को लागू करने, बम निरोधक मशीनों की डिलीवरी और संयुक्त राष्ट्र के निरीक्षकों को अल-हदीदा बंदरगाह पर स्थानांतरित करने पर भी चर्चा की।
बता दें कि यमनी जनरल अल-मुशकी ने पहले कहा था कि सऊदी गठबंधन तनाव को बढ़ाकर युद्धविराम समझौते को कमज़ोर करना चाहता है। दूसरी ओर, यमन की उच्च राजनीतिक परिषद के प्रमुख, मेहदी अल-मशात ने भी इस बात पर जोर दिया है कि युद्ध विराम प्रक्रिया को कमज़ोर करना अस्वीकार्य है और हमलावर सऊदी गठबंधन को तुरंत पकड़े गए जहाजों को छोड़ देना चाहिए और उनकी चोरी की प्रकृति पर अंकुश लगाना चाहिए।
प्राप्त सूत्रों से पता चला है कि पिछले चौबीस घंटों के दौरान सऊदी गठबंधन ने यमन में डेढ़ सौ बार संघर्ष विराम का उल्लंघन किया है। सऊदी अरब के जासूसी विमानों ने संयुक्त राष्ट्र द्वारा लागू युद्ध विराम का उल्लंघन करते हुए अपने ड्रोन और जेट लड़ाकू विमानों के साथ मारिब, तैज़, सादा, अल-हदीदा, ज़ाला, अल-बेदा और हज्जाह पर जासूसी की है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि सऊदी गठबंधन के जेट लड़ाकू विमानों ने सेना के एक शिविर को भी निशाना बनाया, जिसके परिणाम स्वरूप एक यमनी सैनिक शहीद हो गया और चार अन्य घायल हो गए। सऊदी गठबंधन ने कई प्रांतों पर भारी तोप और मार्टर के गोले दागे, जिसके परिणाम स्वरूप आवासीय घरों को भारी नुकसान हुआ।
गौरतलब है कि संयुक्त राष्ट्र द्वारा लगाए गए संघर्ष विराम को अब तक दो बार बढ़ाया जा चुका है, लेकिन रियाद ने इसका रोजाना उल्लंघन किया है। यमनी प्रशासन ने सऊदी अधिकारियों को संघर्ष विराम तोड़ने के परिणामों की चेतावनी भी दी है।