सऊदी अरब और यूएई को यमन की चेतावनी
यमन ने सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात को चेतावनी दी है कि अब चाहे जो भी रास्ता ढूँढ लें अमेरिकी हथियार उन्हें नहीं बचा पाएंगे। अल-मसीरा के अनुसार, यमनी सशस्त्र बलों के कमांडर-इन-चीफ महदी अल-मशात ने मंगलवार को सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात को चेतावनी देते हुए कहा कि अमेरिका इन दोनों देशों की सरकारों से खेल रहा है। उन्होंने कहा कि अमेरिका युद्ध अभ्यास के जरिए उनका मनोबल गिराने का असफल प्रयास कर रहा है।
यमन के सशस्त्र बलों के कमांडर-इन-चीफ महदी अल-मशात ने कहा है कि यनबअ में “क्रोध का प्रकोप” नामक संयुक्त सैन्य अभ्यास को “लॉन्ग एस्केप” के रूप में याद किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अमेरिकी हथियार सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात को यमन के ड्रोन और मिसाइलों से नहीं बचा पाएंगे।
ग़ौरतलब है कि महदी अल-मशात ने चेतावनी दी कि यदि दुश्मन आक्रमण और घेराबंदी जारी रखने के लिए दृढ़ है, तो उन्हें पता होना चाहिए कि हमारे हाथ भी उन तक पहुंचने के लिए दृढ़ हैं। यमन की उच्च राजनीतिक परिषद और सशस्त्र बलों के प्रमुख ने कहा कि यमन के खिलाफ आक्रामकता और इसकी घेराबंदी का परिणाम हमलावरों के लिए बहुत दर्दनाक होगा। साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि यमन के खिलाफ अमेरिका और इस्राईल ने युद्ध छेड़ा है लेकिन इस युद्ध में सऊदी अरब और यूएई मोहरा बना हुआ है और जिसकी क़ीमत यमन चुका रहा है।
बता दें कि यमन युद्ध में सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात की लगातार नकारात्मक भूमिका बढ़ती जा रही है जिसकी वजह से यमन ने एक बार फिर सऊदी अरब और यूएई के खिलाफ जवाबी कार्रवाई कि तैयारी शुरू कर दी है और साथ ही चेतावनी दी है कि इस बार अमेरिकी ड्रोन, यमनी ड्रोन से बचा नहीं पाएंगे।