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नवजात शिशुओं को आग से बचाने वाले याक़ूब की चौतरफा प्रशंसा

नवजात शिशुओं को आग से बचाने वाले याक़ूब की चौतरफा प्रशंसा

शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के झांसी जिले में मेडिकल कॉलेज में आग लग गई। इस हादसे में अस्पताल में भर्ती नवजात शिशुओं की जान बचाने वाले याकूब नामक शख्स की पूरे इलाके में सराहना हो रही है। अस्पताल प्रशासन और स्थानीय लोगों ने भी याकूब की तत्परता और बहादुरी की सराहना की है। यह घटना यह साबित करती है कि संकट के समय मानवता की सेवा ही सबसे बड़ा धर्म है। याक़ूब जैसे नायक समाज को एक नई दिशा और प्रेरणा देने का कार्य करते हैं।

यह हादसा झांसी के मेडिकल कॉलेज में हुआ, जहां शॉर्ट सर्किट की वजह से आग लग गई। आग की लपटें तेजी से फैलने लगीं, जिससे अस्पताल में भगदड़ मच गई। उस समय अस्पताल के नवजात वार्ड में कई शिशु भर्ती थे। वहां मौजूद स्टाफ और परिजन आग की भयावहता देखकर घबरा गए, लेकिन याकूब ने अपनी जान की परवाह किए बिना वार्ड में प्रवेश किया और एक-एक करके सभी शिशुओं को सुरक्षित बाहर निकालने में सफल रहे।

याक़ूब अंसारी शुक्रवार रात फुटपाथ पर सो रहे थे। स्थानीय निवासी याकूब अंसारी ने बताया कि हॉस्पिटल का में गेट बंद था अचानक आग लग झाने से अफरा तफरी का माहौल चरों तरफ फेल चूका था कुछ लोग बच्चों को लेकर भाग रहे थे वहीँ नर्स भी कुछ नहीं कर पा रही थी इसीलिए मेने अपनी सूझ-बुझ से खुद ही जान लगाकर खिड़की तोड़ी क्योंकि उस वक़्त और कुछ नहीं समझ आ रहा था और केवल बच्चों की चीख पुकार ही सुनायी दे रही थी।

याक़ूब खिड़की तोड़कर अंदर घुसे और कुछ नवजात शिशुओं को बचाने में सफल रहे, लेकिन अपनी दो बेटियों को नहीं बचा पाए। अधिकारियों ने उन्हें पहचान के लिए कुछ शिशुओं के जले हुए शव दिखाए, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। अपनी बेटियों को खोजने के लिए बेताब पिता ने कहा, ‘मैं उन्हें पहचान नहीं पाया।

उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रत्येक मृतक के माता-पिता को पांच लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है और घटना की तीन-स्तरीय जांच के आदेश भी दिए हैं। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, और विपक्ष के नेता राहुल गाँधी ने नवजात शिशुओं की मौत पर शोक व्यक्त किया है।

बता दें कि, उत्तर प्रदेश के झांसी में महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज के बच्चों के वार्ड में शुक्रवार रात आग लगने से 10 शिशुओं की मौत हो गई थी, जबकि 16 बच्चे गंभीर रूप से झुलस गए थे। आग रात करीब 10:30 बजे लगी, जब वार्ड में अधिकतर बच्चे सो रहे थे। आग की वजह ऑक्सीजन कंसंट्रेटर में शॉर्ट सर्किट को माना जा रहा है।

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