टाटा स्टील के जमशेदपुर प्लांट में अब महिलाएं तीनों शिफ्टों में काम करेंगी
टाटा स्टील ने अपने जेंडर डाइवर्सिटी (लैंगिक विविधता) के प्रयासों को और आगे बढ़ाते हुए घोषणा की है कि अब जमशेदपुर प्लांट में महिला कर्मचारियों को तीनों शिफ्टों में काम पर लगाया जाएगा। इस पहल का नाम ‘उड़ान: Wings of Change’ रखा गया है, जिसका उद्देश्य एक अधिक समावेशी (inclusive) कार्यस्थल तैयार करना है।
इस योजना के तहत लगभग 543 महिला कर्मचारी, जो 21 अलग-अलग विभागों से जुड़ी हैं, तीनों शिफ्टों में काम करेंगी। बता दें कि टाटा स्टील जमशेदपुर, टाटा स्टील समूह की प्रमुख इकाई है, जो दुनिया की अग्रणी स्टील कंपनियों में से एक है और कई देशों में अपना व्यवसायिक संचालन करती है।
कंपनी के मुताबिक, जमशेदपुर प्लांट में महिलाओं की तीन शिफ्टों में नियुक्ति की प्रक्रिया मंगलवार, 14 अक्टूबर से शुरू हो गई है और इसे चरणबद्ध तरीके से लागू किया जाएगा। इस प्रक्रिया के 1 फरवरी तक पूरी तरह लागू होने की उम्मीद है।
टाटा स्टील के अनुसार, “उड़ान: Wings of Change” पहल के तहत महिलाओं को तीनों शिफ्टों में शामिल करना कंपनी के उस वादे को दर्शाता है, जिसमें वह अपने कार्यबल में विविधता (diversity), समानता (equality) और समावेशन (inclusion) को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है।
कंपनी ने बताया कि यह कदम सरकार से मिली हालिया नियामक मंजूरियों (regulatory approvals) के बाद संभव हुआ है, जिसके तहत कंपनी को महिलाओं के लिए अधिक समावेशी कार्य वातावरण तैयार करने की अनुमति मिली है।
टाटा स्टील के चीफ पीपल ऑफिसर, उत्तरे सान्याल ने कहा, “यह पहल महिलाओं को सशक्त बनाने और एक वास्तविक समावेशी कार्यस्थल बनाने की हमारी गहरी प्रतिबद्धता का प्रतीक है। तीनों शिफ्टों में महिलाओं की भागीदारी न केवल अवसरों को बढ़ाएगी, बल्कि विविध दृष्टिकोणों और क्षमताओं के जरिए हमारी संगठनात्मक संरचना को भी मजबूत करेगी।”
कंपनी ने बताया कि इस पहल की सफलता सुनिश्चित करने के लिए एक व्यापक सपोर्ट सिस्टम तैयार किया गया है, ताकि महिलाओं की सुरक्षा, कल्याण और पेशेवर विकास तीनों शिफ्टों में सुचारु रूप से सुनिश्चित किया जा सके।
इस बीच, टाटा स्टील ने गुरुवार को अपने कच्चे स्टील (crude steel) की दूसरी तिमाही (Q2) की रिपोर्ट भी जारी की। रिपोर्ट के अनुसार, चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में भारत में इसकी उत्पादन मात्रा 7% बढ़कर 5.67 मिलियन टन हो गई है। कंपनी ने कहा कि वह नई सुविधाओं और ग्राहकों की मंजूरियों के माध्यम से अपने प्रोडक्ट पोर्टफोलियो को लगातार मजबूत बना रही है।
पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, ओडिशा के कालिंगा नगर स्थित कंपनी की नई कॉन्टीन्युअस गैल्वनाइजिंग लाइन (Continuous Galvanizing Line) को अब मूल उपकरण निर्माता कंपनियों (OEMs) की मंजूरी मिल चुकी है।

