पासपोर्ट पूछताछ के लिए थाने पहुंची महिला, पुलिस की पिस्टल से गंभीर रूप से घायल
अलीगढ़: उमरा की पवित्र तीर्थयात्रा पर जाने के लिए पासपोर्ट प्राप्त करने की कोशिश करते समय पुलिस द्वारा सिर में गोली लगने से इशरत निगार (52) नामक एक महिला गंभीर रूप से घायल हो गई। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, शुक्रवार दोपहर करीब तीन बजे महिला पासपोर्ट पूछताछ के लिए अलीगढ़ के कोतवाली थाने पहुंची थी, तभी पास खड़े एक सब-इंस्पेक्टर के हाथ से पिस्टल से गोली चल गई, जो सीधे जाकर महिला के सिर पर लग गई। महिला गंभीर रूप से घायल है।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि प्रारंभिक जांच में पता चला है कि गोली आकस्मिक थी, लेकिन भोजपुरा थाने में तैनात उपनिरीक्षक मनोज कुमार को लापरवाही बरतने के आरोप में ड्यूटी से निलंबित कर दिया गया है और उनके खिलाफ अलीगढ़ कोतवाली पुलिस ने धारा 307 (हत्या का प्रयास) के तहत मामला दर्ज किया है। पता चला है कि घटना के बाद पुलिस अधिकारी फरार हो गया है और उसका पता लगाने की कोशिश की जा रही है।
वहीं महिला के परिवार का कहना है कि पुलिस पासपोर्ट बनाने के लिए जरूरी एनओसी के लिए महिला से रिश्वत की मांग कर रही थी, जिसे लेकर पुलिस से तीखी नोकझोंक भी हुई। घायल महिला को गंभीर हालत में अलीगढ़ के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। डॉक्टरों ने कहा है कि अगले 24 घंटे मरीज के लिए बेहद नाजुक हैं।
पता चला है कि सब इंस्पेक्टर मनोज कुमार शर्मा (50) अलीगढ़ के भोजपुरा पुलिस चौकी के प्रभारी थे। पुलिस सूत्रों ने बताया कि तीन महीने पहले ही आगरा से स्थानांतरित होकर उन्होंने अलीगढ़ में ड्यूटी ज्वाइन की थी।
अलीगढ़ के एसएसपी कलांधी निथानी ने कहा, ”मामले की जांच की जा रही है और पता लगाया जा रहा है कि बंदूक कैसे चली। आपराधिक लापरवाही के लिए एसआई के खिलाफ विभागीय जांच के आदेश दिए गए हैं।” उन्होंने आश्वासन दिया कि घटना की कोई लीपापोती नहीं होगी जैसा कि सीसीटीवी फुटेज उपलब्ध है और घटना के समय घायल महिला का बेटा भी पुलिस स्टेशन में मौजूद था।
परिजनों का कहना है कि महिला उमरा करने जाने वाली थी इसी लिए वह पासपोर्ट बनवा रही थी। पुलिस पासपोर्ट बनाने के लिए जरूरी एनओसी के लिए महिला से रिश्वत की मांग कर रही थी और इसी कारण उसे थाने बुलाया गया था। प्रश्न यह उठता है कि, इंक्वायरी के लिए महिला को थाने क्यों बुलाया गया था? जबकि नियम यह है कि महिला के पासपोर्ट की इंक्वाइरी में पुलिस को महिला के घर जाना पड़ता है।
दूसरा प्रश्न यह उठता है कि इंस्पेक्टर ने कांस्टेबल से लोड की हुई पिस्टल क्यों मंगवाई? उस वक़्त उस पिस्टल का क्या काम था ? सीसीटीवी फ़ुटेज में देखा जा सकता है की इंस्पेक्टर जान बूझकर पिस्टल का मुंह महिला की तरफ़ करता है। बहरहाल इंस्पेक्टर अभी तक फ़रार है, जबकि परिजन उस पर इरादतन हत्या का आरोप लगा रहे हैं। और फ़ुटेज में भी यही दिख रहा है।