पुतिन को ख़ूनी अपराधी बताने वाले ज़ेलेस्की, ग़ाज़ा पट्टी में ख़ूनी खेल खेलने वाले नेतन्याहू पर मौन क्यों हैं?

पुतिन को ख़ूनी अपराधी बताने वाले ज़ेलेस्की, ग़ाज़ा पट्टी में ख़ूनी खेल खेलने वाले नेतन्याहू पर मौन क्यों हैं?

यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रूस की दो दिवसीय यात्रा पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की और रूसी नेता व्लादिमीर पुतिन के साथ उनकी मुलाकात को ‘बहुत बड़ी निराशा और शांति प्रयासों के लिए विनाशकारी झटका’ करार दिया। उन्होंने कहा कि जब पीएम मोदी, पुतिन से मुलाकात कर रहे थे, तभी रूसी मिसाइलें यूक्रेन पर हमला कर रही थीं। रूस, कीव में बच्चों के अस्पताल को निशाना बना रहा था।

जेलेंस्की ने एक्स पर पोस्ट में कहा कि दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के नेता को मॉस्को में दुनिया के सबसे खूनी अपराधी को गले लगाते हुए देखना निराशाजक है। ये शांति प्रयासों के लिए भी झटका है। बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब रूस पहुंचे थे, तभी खबर आई थी कि रूस ने यूक्रेन के 5 शहरों पर 40 से ज्यादा मिसाइलों से हमला किया है, जिसमें यूक्रेन को काफी नुकसान हुआ है। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने भी इसकी पुष्टि की थी। वहीं, इससे पहले मीडिया रिपोर्ट में कहा गया कि रूस ने 24 घंटों में यूक्रेन पर 55 बार ज्यादा एयरस्ट्राइक की है, जिसमें कम से कम 11 लोगों की जान गई है और वहीं 40 से ज्यादा लोग घायल हुए।

यहां पर याद दिला दें कि, जेलेंस्की ने यह कहते हुए पीएम मोदी के मास्को दौरे की आलोचना की है कि, जब पीएम मोदी पुतिन से मुलाकात कर रहे थे, तभी रूसी मिसाइलें यूक्रेन पर हमला कर रही थीं। रूस कीव में बच्चों के अस्पताल को निशाना बना रहा था, लेकिन जेलेंस्की ने ग़ाज़ा पर होने वाले नरसंहार पर अब तक कोई बयान नहीं दिया है। शांति प्रयासों को झटका बताने वाले जेलेंस्की ने ग़ाज़ा पट्टी को क़ब्रिस्तान वाले इज़रायली प्रधानमंत्री नेतन्याहू की अब तक आलोचना क्यों नहीं की? ग़ाज़ा के अस्पताल नवजात शिशुओं की मौत दर्दनाक मौत पर जेलेंस्की के मुंह पर ताला क्यों लगा हुआ है?

इज़रायली सेना ने जब ग़ाज़ा पट्टी में अस्पतालों, शरणार्थी कैम्पों पर हमला किया उस पर ज़ेलेस्की ने कोई बयान क्यों नहीं दिया? 40 हज़ार से ज़्यादा मौतों पर व चुप्पी क्यों साधे हुए हैं? ग़ाज़ावासियों पर इज़रायली सेना की लगातार बमबारी और अत्याचार पर उनका मुंह क्यों नहीं खुलता? क्या केवल यूक्रेन में रहने वालों की ही जान क़ीमत है? क्या फ़िलिस्तीनियों की जान की कोई क़ीमत नहीं है? ग़ाज़ा पट्टी और यूक्रेन के बीच ज़ेलेन्स्की के अंदर दोहरा दोहरा मापदंड क्यों पाया जा रहा है? पुतिन को दुनिया का सबसे खूनी अपराधी बताने वाले जेलेंस्की, नेतन्याहू जैसे सबसे बड़े ख़ूनी अपराधी के अत्याचार पर क्यों मौन धारण किए हुए हैं ?

बता दें कि, यूक्रेन युद्ध को लेकर भारत ने कभी भी हमले का समर्थन नहीं किया, जबकि हमेशा बातचीत से हल करने की बात कही, लेकिन इसके बाद भी यूक्रेन के राष्ट्रपति ने नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा। मॉस्को में राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के आधिकारिक आवास पर उनके साथ अनौपचारिक बैठक के दौरान पीएम मोदी ने उनसे कहा कि युद्ध के मैदान पर कोई समाधान नहीं खोजा जा सकता है। भारत हमेशा क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता सहित संयुक्त राष्ट्र चार्टर का सम्मान करने के पक्ष में रहा है, किसी भी मसले का हल युद्ध के मैदान पर नहीं, बल्कि बातचीत और कूटनीति से ही निकल सकता है।

डिस्क्लेमर (अस्वीकरण): ये लेखक के निजी विचार हैं। आलेख में शामिल सूचना और तथ्यों की सटीकता, संपूर्णता के लिए IscPress उत्तरदायी नहीं है।

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