जब हमें अपनी धरोहर पर गर्व होता है, तो दुनिया भी इसका सम्मान करती है: पीएम मोदी
पर्यावरण संरक्षण पर जोर ऑल इंडिया रेडियो के इस मासिक रेडियो कार्यक्रम के 114वें एपिसोड में प्रधानमंत्री मोदी ने जल संरक्षण, पर्यावरण संरक्षण, देश की धरोहर, प्राचीन कला संस्कृति, भाषा के महत्व और स्वच्छता अभियान की जरूरत पर जोर दिया और लोगों से इसमें भाग लेने की अपील की।
‘मन की बात’ की उपलब्धि का जिक्र प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘मन की बात’ को देश की सामूहिक उपलब्धियों का प्रदर्शन और समाज में सामूहिकता की भावना का सम्मान करने वाला बताया। उन्होंने कहा कि ‘मन की बात’ के करोड़ों श्रोता हमारे सफर के साथी रहे हैं, जिनसे मुझे लगातार सहयोग मिलता रहा। उन्होंने देश के कोने-कोने से जानकारियाँ दीं। ‘मन की बात’ के श्रोता ही इस कार्यक्रम के असली निर्माता हैं।
क्विज़ प्रतियोगिता में भाग लेने की अपील प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऑल इंडिया रेडियो पर प्रसारित होने वाले मासिक कार्यक्रम ‘मन की बात’ के 10 साल पूरे होने का जिक्र करते हुए ‘माई जीओवी डॉट इन’ प्लेटफार्म पर चल रही क्विज़ प्रतियोगिता में लोगों से भाग लेने की अपील की।
दुनिया के कई देशों द्वारा भारतीय पुरावशेषों की वापसी का उल्लेख प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने हाल के दौरे के दौरान अमेरिका द्वारा लगभग 300 पुरावशेषों की वापसी का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि जब हमें अपनी धरोहर पर गर्व होता है, तो दुनिया भी इसका सम्मान करती है, और इसी का नतीजा है कि आज कई देशों से वे पुरावशेष वापस मिल रहे हैं, जो हमारे देश से चले गए थे।
देश में 20,000 भाषाएँ और बोलियाँ हैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश में लगभग 20,000 भाषाएँ और बोलियाँ हैं, जो किसी न किसी की मातृभाषा हैं। उन्होंने ‘मन की बात’ में कहा कि सभी बच्चे अपनी मातृभाषा को आसानी से और जल्दी सीखते हैं। कुछ भाषाओं को बोलने वालों की संख्या बहुत कम है, लेकिन आज इन भाषाओं के संरक्षण के लिए अनूठे प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने ‘संथाली’ भाषा को नई पहचान देने के लिए शुरू की गई मुहिम का भी उल्लेख किया।