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जब बे रोज़गारों को रोज़गार के बजाए घर बैठे शराब पीने को मिलेगी तब घर घर ऐसा ही कुछ देखने को मिलेगा: अल्का लांबा

जब बे रोज़गारों को रोज़गार के बजाए घर बैठे शराब पीने को मिलेगी तब घर घर ऐसा ही कुछ देखने को मिलेगा: अल्का लांबा

दिल्ली में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई, जहां एक बे रोज़गार व्यक्ति जिसकी नशे की लत के कारण अपनी पत्नी से रोज़ बहसबाज़ी होती थी उसने अपनी पत्नी की हत्या की और फिर ख़ून से सने हाथों समेत थाने पुलिस के पास पहुंचा।

ज़ाहिर है सरकार बे रोज़गारों के रोज़गार के बारे में सोच नहीं रही, दूसरी तरफ़ से नशा करने के साधन आसानी से मिल रहे हैं तो ऐसे में ऐसी दुखी कर देने वाली घटनाओं का सामने आना स्वभाविक सा होता जा रहा है।

दिल्ली के अलावा रोज़ाना ऐसी कई ख़बरें सामने आती हैं जहां नौकरी से निकाले जाने या सालों और महीनों से बिना रोज़गार घर बैठे लोग ग़लत क़दम उठा रहे हैं जिसका खामियाज़ा पूरे परिवार कभी पूरे समाज को भुगतना पड़ रहा है।

सरकारें चाहें राज्य की हों या केंद्र में मोदी की कोई भी युवाओं के रोज़गार पर ध्यान नहीं दे रही, ऐसा नहीं है कि रोज़गार पर बात न करें, मोदी जी ने तो हर साल 2 करोड़ रोज़गार देने का वादा किया था लेकिन सरकार में आने के बाद जो रोज़गार से लगे हुए थे उनका रोज़गार भी ख़त्म हो गया, ऐसे और भी कई झूठे वादे, फ़र्जी जुमले मोदी जी के जनता के दिमाग़ में मौजूद हैं।

हाल ही में हुई दिल्ली की घटना को लेकर कांग्रेस नेता अल्का लांबा ने ट्वीट कर अपना ग़ुस्सा ज़ाहिर किया, उन्होंने कहा कि जब केजरीवाल जी के राज में घर घर शराब पीने को तो मिलेगी पर बे रोज़गारों को करने के लिए रोज़गार नहीं तब घर घर कुछ ऐसा ही सुनने और देखने को मिलेगा…..

चिंताजनक…. नशे के आदी बे रोज़गार पति ने की पत्नी की हत्या और फिर ख़ून से भरे हाथों के साथ पहुंचा थाने।
अल्का लांबा अपनी बेबाकी के लिए जानी जाती हैं क्योंकि वह लगातार महिला सुरक्षा से लेकर महंगाई, बे रोज़गारी और दूसरे सभी मुद्दों पर पूरी निडरता के साथ अपनी राय ज़ाहिर करती हैं।

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