रामनगरी अयोध्या में रामपथ पर फिर भरा पानी, कई सड़कें धंसीं
अयोध्याः रामनगरी अयोध्या की विकास की पोल बस तीन घंटे की बारिश में ही खुल गई। बुधवार सुबह तीन घंटे तक हुई मूसलाधार बारिश के बाद कई सड़कें धंस गई। रामपथ एकबार फिर से धंस गया, यहां कई जगह बैरियर लगाना पड़ा। बीते दिनों हुई बारिश के बाद भी यही हाल था। कई जगह सड़कों को बंद भी करना पड़ा है। मीडिया रिपोर्टस की मानें तो विद्या मंदिर स्कूल के पास रिपेरिंग के बाद फिर से रामपथ रोड पर होल हो गया। जिसके बाद विद्या मंदिर स्कूल से जिला अस्पताल तक बैरियर लगाकर एक तरफ का रोड बंद किया गया है।
मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येन्द्र दास ने इस पर सख्त नाराजगी जाहिर की है। वहीं, कांग्रेस ने मंदिर निर्माण में भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए कहा है कि चुनावी लाभ लेने के लिए ही जल्दबाजी में दोयम दर्जे का निर्माण कराकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अयोध्या को भ्रष्टाचार का अड्डा बनाया है। इधर बारिश के बाद राम पथ की सड़क धंस गई। सड़क पर बड़े-बड़े गड्ढे देखने को मिले। सोशल मीडिया पर लोग इन तस्वीरों को शेयर करते हुए भाजपा सरकार पर निशाना साध रहे हैं।
आपको बता दें कि सड़क मरम्मत के बाद फिर से रामपथ रोड पर होल हो गया है। आनन-फानन में जेसीबी से रोड की पटाई कराई जा रही है। बीते शनिवार को रात को हुई बारिश में रिकाबगंज के आसपास कई जगहों पर रामपथ धंस गया थ। जहां गिट्टी और बालू डालकर मरम्मत कराई गई थी। लेकिन एक बार फिर रात को हुई बारिश में रामपथ धंस गया है। विद्या मंदिर स्कूल के पास रिपेरिंग के बाद फिर से रामपथ रोड पर होल हो गया है।
इतना ही नहीं कई सरकारी भवनों में पानी भी भर गया है। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय, पीडब्ल्यूडी कार्यालय, जिला पशु चिकित्सालय सहित कई कार्यालय में पानी नहीं निकले के करण जल जमाव हो गया है। पुलिस लाइन गेट से फव्वारा चौराहे तक रोड पर भी पानी भर गया है। इतना ही नहीं कई पुलिस के अधिकारियों के आवास में भी पानी घुस गया है। ऐसे में नगर निगम के विकास के सारे दावों की खुली पोल खुल गई है।
दरअसल, अयोध्या में शनिवार रात हुई बारिश में रामपथ मार्ग और उससे जुड़ी गलियों में काफी जलभराव हो गया। घरों में सीवर का पानी भर जाने के अलावा अयोध्या नगर में रामपथ मार्ग और नवनिर्मित सड़कें कई स्थानों पर धंस गईं। सबसे ज्यादा संकट अयोध्या नगर में देखने को मिला, जहां जलवानपुरा से लेकर हनुमानगढ़ी भक्तिपथ और टेढ़ी बाजार से लेकर अंदरूनी इलाकों में भी जलभराव की स्थिति बनी रही।