विजय माल्या का किंगफिशर हाउस नीलाम, पहले भी 8 बार हुई थी कोशिश भगोड़े कारोबारी विजय माल्या का किंगफिशर हाउस आखिरकार बिक गया।
विजय माल्या के किंगफिशर हाउस को हैदराबाद के प्राइवेट डेवलपर्स ने 52 करोड रुपए में खरीदा है। डेट रिकवरी ट्रिब्यूनल ने विजय माल्या के किंगफिशर हाउस की नीलामी की।
इससे पहले भी विजय माल्या के क़र्ज़दारों ने किंगफिशर हाउस को बेचने की कोशिश की थी लेकिन रिजर्व प्राइस ज्यादा रखे जाने के कारण डील नहीं हो पा रही थी। अब बिक्री भाव अपने रिजर्व प्राइस लगभग 135 करोड रुपए का एक तिहाई है।
याद रहे कि विजय माल्या की प्रॉपर्टी को नीलाम करने के लिए कारोबारियों को खासी मशक्कत करनी पड़ रही है। बैंकों की ओर से विजय माल्या की प्रॉपर्टीज का वैल्यूएशन किया जा रहा है। बैंकों की ओर से जो दाम निर्धारित किया जा रहा है उस पर कोई यह प्रॉपर्टी खरीदने के लिए तैयार नहीं है।
किंगफिशर हाउस की नीलामी भी इसी कारण 8 बार फेल हो चुकी है। मार्च 2016 में बैंकों ने इस बिल्डिंग का रिजर्व प्राइस 150 करोड़ रखा था। यही कारण था कि यह बिल्डिंग अभी तक 8 नीलामी के बावजूद भी इतने में असफल रही थी।
किंगफिशर हाउस विजय माल्या की किंगफिशर एयरलाइंस का हेड ऑफिस रहा है। बंद हो चुकी है इस कंपनी पर भारतीय बैंकों का लगभग ₹10000 करोड़ बकाया है।
याद रहे कि भगोड़े कारोबारी विजय माल्या को विलफुल डिफॉल्टर घोषित किया गया है। 2012 में बंद हुई किंगफिशर एयरलाइंस जुड़े लोन डिफॉल्ट में भारत सरकार उसके इंग्लैंड से प्रत्यर्पण की कोशिश में लगी हुई है।
इस साल जुलाई में लंदन हाईकोर्ट ने विजय माल्या को दिवालिया घोषित कर दिया था लंदन हाईकोर्ट के इस फैसले के बाद भारतीय बैंक का आसानी से विजय माल्या की संपत्ति पर कब्जा करने एवं उसे बेचने में सक्षम रहेंगे।