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विजय माल्या, नीरव मोदी सहित 15 व्यक्ति, 57 हजार करोड़ के घोटालों में अपराधी घोषित: केंद्र सरकार

विजय माल्या, नीरव मोदी सहित 15 व्यक्ति, 57 हजार करोड़ के घोटालों में अपराधी घोषित: केंद्र सरकार

केंद्र सरकार ने सोमवार को लोकसभा में बताया कि किंगफिशर विमान सेवा के प्रमुख विजय माल्या, फायर स्टार इंटरनेशनल के नीरव मोदी और स्टर्लिंग बायोटेक समूह के नितिन संदीसरा सहित 15 बड़े भगोड़े व्यापारियों को आर्थिक अपराधी घोषित किया जा चुका है। इन सभी ने विभिन्न बैंकों को 31 अक्तूबर तक कुल 57 हजार करोड़ रुपये से अधिक की हानि पहुँचाई है। यह कार्रवाई 2018 के भगोड़े आर्थिक अपराधी क़ानून के अंतर्गत की गई।

वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने सदन में बताया कि इन 15 व्यक्तियों के कारण बैंकों को मूल धन में 26645 करोड़ रुपये की हानि हुई, जबकि अनादायी ऋण घोषित किए जाने की तिथि से 31 अक्तूबर तक 31437 करोड़ रुपये की अतिरिक्त हानि ब्याज के रूप में हुई। सरकार के अनुसार अब तक 19187 करोड़ रुपये की वसूली की जा चुकी है।

सूची में शामिल अन्य नामों में ज़ाई लॉग प्रणालियों के सुधर्शन वेंकट रमन, रामानुजम शेषरथनम, स्टर्लिंग बायोटेक के चेतन संदीसरा और पष्पेश कार बेद भी शामिल हैं। इन सभी ने भारतीय स्टेट बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, यूको बैंक, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ महाराष्ट्र, केनरा बैंक सहित कई अन्य बैंकों को भारी हानि पहुँचाई।

भारतीय स्टेट बैंक के अनुसार विजय माल्या ने किंगफिशर विमान सेवा के नाम पर 6848 करोड़ रुपये मूल धन और 11960 करोड़ रुपये ब्याज की हानि पहुँचाई। बैंक ने न्यायालय और अन्य प्रक्रियाओं के माध्यम से अब तक 10814 करोड़ रुपये की वसूली की है।

पंजाब नेशनल बैंक को नीरव मोदी की गैर-उधारी धोखाधड़ी से 6799 करोड़ रुपये की हानि हुई, परंतु वसूली केवल 93.21 करोड़ रुपये ही हो सकी। इसके अतिरिक्त, नीरव मोदी की फायर स्टार इंटरनेशनल ने पीएनबी को 297 करोड़ रुपये मूल धन और 324 करोड़ रुपये ब्याज की हानि पहुँचाई, जिसमें से 163 करोड़ रुपये की वसूली हुई।

बैंक ऑफ बड़ौदा भी विजय माल्या और नीरव मोदी की धोखाधड़ी से प्रभावित हुआ। माल्या ने बैंक को 494.33 करोड़ रुपये (मूल) और 1341.87 करोड़ रुपये (ब्याज) की हानि पहुँचाई, जिसमें से 995.55 करोड़ रुपये की वसूली हो सकी। फायर स्टार समूह के अंतर्गत नीरव मोदी ने इसी बैंक को 301.98 करोड़ रुपये मूल धन और 206.40 करोड़ रुपये ब्याज की हानि पहुँचाई, जिसमें से 99.24 करोड़ रुपये प्राप्त हुए।

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