यूपी: लिंग परिवर्तन के झांसे में फंसा युवक, सोते समय लिंग काटने का आरोप
मुजफ्फरनगर: उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में एक 20 वर्षीय युवक ने आरोप लगाया है कि एक स्थानीय अस्पताल में उसकी मर्जी के बिना लिंग परिवर्तन का ऑपरेशन किया गया। पुलिस ने इस मामले में जांच शुरू कर दी है। युवक, जिसका नाम मुजाहिद है, ने बताया कि एक व्यक्ति ओमप्रकाश उसे अस्पताल ले गया था और वहां उसे बेहोश कर ऑपरेशन कर दिया गया। जब वह अगली सुबह जागा, तो उसने पाया कि उसका लिंग कटा हुआ था।
मुजाहिद ने आरोप लगाया कि ओमप्रकाश और अस्पताल के डॉक्टरों ने मिलकर यह काम किया। उसने यह भी कहा कि ओमप्रकाश ने उसे धमकी दी कि अगर उसने विरोध किया तो वह उसके पिता को मार डालेगा। पुलिस ने बताया कि मुजाहिद के पिता की शिकायत पर ओमप्रकाश को गिरफ्तार कर लिया गया है। मुजाहिद ने यह भी बताया कि ओमप्रकाश ने उसे महिला बनाकर उससे शादी करने की धमकी दी थी और कहा था कि वे उसे लखनऊ ले जाएंगे।
इस घटना के बाद भारतीय किसान यूनियन के सदस्यों ने अस्पताल के बाहर प्रदर्शन किया और पुलिस जांच में देरी का आरोप लगाया। किसान नेता श्याम पाल ने आरोप लगाया कि अस्पताल के डॉक्टर मानव अंगों की अवैध तस्करी में शामिल हैं और सरकार से मांग की कि पीड़ित और उसके परिवार को 2 करोड़ रुपये का मुआवजा दिया जाए। खतौली पुलिस स्टेशन के सर्कल ऑफिसर रामशेष सिंह ने बताया कि मामले की जांच जारी है और सभी आरोपों पर विचार किया जा रहा है।
अस्पताल का बयान:
अस्पताल के अधिकारियों ने मुजाहिद के आरोपों को खारिज किया है। मुख्य चिकित्सा अधीक्षक कीर्ति गोस्वामी ने कहा कि मुजाहिद नियमित रूप से दो महीने से प्लास्टिक सर्जन रज़ा फ़ारूक़ी से मिलने आ रहा था और उसने अपनी मर्जी से लिंग पुनः निर्धारण की सर्जरी करवाई। गोस्वामी के अनुसार, कानून के अनुसार ऑपरेशन से पहले दो मनोचिकित्सकों ने मुजाहिद की मानसिक स्थिति का आकलन किया और उसे मानसिक रूप से फिट पाया।
गोस्वामी ने यह भी बताया कि उनके पास ऑपरेशन से पहले मुजाहिद का एक वीडियो है, जिसमें वह अपनी लिंग परिवर्तन की इच्छा के बारे में बात करता हुआ देखा जा सकता है। उन्होंने कहा कि यह सर्जरी कानूनी प्रक्रियाओं के तहत की गई है और फ़ारूक़ी की निगरानी में हुई है। इस मामले की जांच जारी है और पुलिस और अस्पताल प्रशासन दोनों ही अपने-अपने बयान पर कायम हैं।