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यूपी: नाबालिग़ से गैंगरेप के आरोपी सपा नेता की बेकरी पर चला बुलडोज़र

यूपी: नाबालिग़ से गैंगरेप के आरोपी सपा नेता की बेकरी पर चला बुलडोज़र

उत्तर प्रदेश : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा अयोध्या में दो लोगों द्वारा कथित रूप से गैंगरेप की शिकार 12 वर्षीय लड़की से मुलाकात करने के एक दिन बाद, जिला प्रशासन शनिवार को आरोपी मोइद खान की बेकरी पर बुलडोजर लेकर पहुंचा। नाबालिग से गैंगरेप मामले में सपा नेता मुख्य आरोपी है। जिला प्रशासन ने उसकी बेकरी पर बुलडोजर चला दिया है। शनिवार को खाद्य सुरक्षा विभाग के अधिकारियों ने आरोपी मोईन खान की बेकरी पर छापा मारा है।

अधिकारियों ने बेकरी में बन रहे सामानों को जब्त कर इसे जांच के लिए भेज दिया है। वहीं, बेकरी को सील कर दिया गया है। बच्ची के साथ इसी बेकरी में उस पर गैंगरेप करने का आरोप लगा था। सीएम योगी आदित्यनाथ ने 12 साल की बच्ची के साथ गैंगरेप मामले में सपा नेता मोईद खान का मुद्दा विधानसभा में भी उठाया था।

सोहावल के एसडीएम अशोक कुमार ने बताया कि बेकरी को अवैध पाए जाने के बाद शुक्रवार को सील कर दिया गया था। शनिवार को इसे ध्वस्त करने की कार्रवाई शुरू की गई है। एसडीएम ने संकेत दिया कि आरोपियों की कई अन्य संपत्तियां भी ध्वस्त की जा सकती हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को उस नाबालिग लड़की के परिवार से मुलाकात की, जिसके साथ अयोध्या में दो लोगों ने कथित तौर पर बलात्कार किया था। इस घटनाक्रम के बाद प्रशासन एक्शन में आ गया।

इस मामले में 30 जुलाई को बेकरी मालिक मोइद खान और उसके कर्मचारी राजू खान को पूराकलंदर इलाके से गिरफ्तार किया गया था। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, दोनों ने दो महीने पहले किशोरी के साथ रेप किया था और इस कृत्य को रिकॉर्ड भी किया था। यह घटना तब सामने आई जब हाल ही में मेडिकल जांच से पता चला कि किशोरी गर्भवती है। मोइद खान सपा का नेता बताया जाता है। आरोपी समाजवादी पार्टी नेता मोईद खान के अवैध कब्जे पर बुलडोजर एक्शन हो रहा है। दूसरी ओर मंत्री डॉ. संजय निषाद ने रेप पीड़िता से मुलाकात की है।

बता दें कि, इससे पहले लखनऊ के गोमती नगर की घटना सामने आई थी, जिसमें अपने भाई के साथ जा रही बहन को 16 युवकों ने बारिश में छेड़छाड़ की थी। पुलिस ने 16 आरोपियों को गिरफ्तार कर इनका फोटो जारी किया था। लेकिन मुख्यमंत्री योगी ने विधानसभा के अंदर सिर्फ पवन यादव और अरबाज खान के नाम लिए। लेकिन उन्होंने 14 अन्य आरोपियों के नाम नहीं लिये, जिनमें सारे हिन्दू आरोपी थे। इस पर काफी विवाद हुआ। हालांकि पुलिस ने इस घटना में फौरन ही आरोपी को गिरफ्तार कर लिया था।

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