बेरोजगारी देश के लोकतंत्र को बर्बाद कर देगी: मल्लिकार्जुन खड़गे
कांग्रेस ने सरकार से संसद में आरक्षण बिल लाने का आग्रह किया और बेरोजगारी का मुद्दा उठाते हुए कहा कि बेरोजगारी बढ़ने से देश में लोकतंत्र खत्म हो जाएगा। संसद के 75 साल के सफर पर आधारित बातचीत में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि महिला आरक्षण बिल आना चाहिए, हम सभी इसके लिए संघर्ष कर रहे हैं।
उन्होंने आसन से कहा कि आप ये मुद्दा उठाएंगे तो ये करेंगे। खड़गे ने संसद में महिला विधायकों की कम संख्या की समस्या भी बताई और कहा कि दोनों सदनों में मिलाकर केवल 14% महिलाएं नियुक्त हुई हैं, जबकि विधानसभा में भी उनकी संख्या केवल 10% है। 1952 में लोकसभा में महिला सांसदों की संख्या केवल 5% थी। उन्होंने सदन को बताया कि अमेरिकी संसद में महिला सांसदों की संख्या 2% से बढ़कर 28% हो गई है और ब्रिटेन में यह 3% से बढ़कर 33% हो गई है।
इसी क्रम में जेडीयू के नेता रामनाथ ठाकुर ने भी महिला आरक्षण बिल का समर्थन किया और कहा कि जब हम कल नए संसद भवन में शिफ्ट हो रहे हैं तो महिलाओं को 33% आरक्षण क्यों नहीं दे रहे हैं? उन्होंने बढ़ती बेरोजगारी से निपटने के लिए सदन में विशेष सत्र बुलाने की भी मांग की है।
अपने भाषण में मल्लिकार्जुन खड़गे ने बेरोजगारी का मुद्दा उठाया और कहा कि देशभर में 8 फीसदी शिक्षित युवा बेरोजगार हैं। अगर देश में बेरोजगारी की दर इसी तरह बढ़ती रही तो देश का लोकतंत्र खत्म हो जाएगा। उन्होंने बेरोजगारी की आलोचना करते हुए कहा कि देश में टमाटर की कीमत 44 से 500 हो गयी है।
खड़गे ने जी20 साइनबोर्ड पर बीजेपी के कमल के निशान के इस्तेमाल को भी मुद्दा बनाया। सदन के नेता पीयूष गोयल ने उनकी टिप्पणी पर निशाना साधा और देश की जी20 की सफल मेजबानी की ओर इशारा किया। खड़गे ने कहा कि जब हमारे देश की गरिमा की बात आएगी तो हम सभी बराबर होंगे। राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने भी सफल जी20 बैठक के लिए सरकार के प्रयासों की सराहना की।