मणिपुर में मंत्री के घर के पास हुए धमाके में CRPF जवान सहित दो लोग घायल
मणिपुर के वेस्ट इंफाल जिले में मंत्री खेमचंद युमनाम के आवास के पास हथगोले से किए गए हमले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के एक जवान सहित दो लोग घायल हो गए। पुलिस के मुताबिक, हमला युमनाम लेइकई में शनिवार रात करीब 10 बजे हुआ। उसने बताया कि एक मोटरसाइकिल पर आए दो हमलावरों ने हथगोला फेंका, जो मंत्री के आवास के मुख्य द्वार से कुछ मीटर की दूरी पर गिरा
इससे पहले भीड़ ने मणिपुर की इंफाल घाटी में सुरक्षा व्यवस्था और कर्फ्यू के बावजूद भीड़ ने मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह के खाली पड़े पैतृक आवास पर हमला करने की कोशिश की। सुरक्षा बलों ने हालांकि, हवा में गोलीबारी करके इस प्रयास को विफल कर दिया। सिंह राज्य की राजधानी के मध्य में एक अलग आधिकारिक आवास में रहते हैं।
मणिपुर के इंफाल वेस्ट जिले में बदमाशों ने दो घरों में आग लगा दी गई और कई राउंड गोलीबारी की थी। हमले के बाद आरोपी मौके से भाग गए थे। वहीं, पुलिस ने बताया कि इलाके में अतिरिक्त सुरक्षाबल तैनात कर दिया गया है और स्थिति नियंत्रण में है।
अधिकारियों के अनुसार, यह घटना सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (BJP) के विधायक युमनाम खेमचंद के आवास के गेट के बाहर युमनाम लीकाई लैरेम्बी मनिंग में हुई, जो मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के अधीन पंचायती राज और ग्रामीण विकास मंत्री हैं। घटना के तुरंत बाद मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया।
मणिपुर में अनुसूचित जनजाति (एसटी) का दर्जा देने की मेइती समुदाय की मांग के विरोध में पर्वतीय जिलों में जनजातीय एकजुटता मार्च के बाद तीन मई को जातीय हिंसा भड़क गई थी। हिंसा की घटनाओं में अब तक 180 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है और सैकड़ों लोग घायल हुए हैं।
मणिपुर की आबादी में मेइती समुदाय के लोगों की जनसंख्या लगभग 53 प्रतिशत है और वे ज्यादातर इंफाल घाटी में रहते हैं। वहीं, नगा और कुकी आदिवासियों की आबादी करीब 40 प्रतिशत है और वे ज्यादातर पर्वतीय जिलों में रहते हैं।