ट्रेन हाईजैक मामला: पाकिस्तान के आरोप पर भारत का पलटवार
भारत ने बलूचिस्तान में ट्रेन हाईजैक की घटना को लेकर पाकिस्तान की ओर से दिए बयान पर कड़ा जवाब दिया है। पाकिस्तान ने आरोप लगाया था कि वहां होने वाले आतंकवादी हमले में भारत का हाथ होता है।
भारत ने पाकिस्तान के इस आरोप को खारिज कर दिया है कि पड़ोसी देश में भड़की जातीय हिंसा के पीछे नई दिल्ली का हाथ है। विदेश मंत्रालय (एमईए) ने शुक्रवार को कहा पाकिस्तान को अपने अंदर झांकना चाहिए, दुनिया जानती है कि वैश्विक आतंकवाद का केंद्र कहां है।
विदेश मंत्रालय के आधिकारिक प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने एक बयान में कहा, “हम पाकिस्तान के निराधार आरोपों को दृढ़ता से खारिज करते हैं। पूरी दुनिया जानती है कि वैश्विक आतंकवाद का केंद्र कहां है। पाकिस्तान को अपनी आंतरिक समस्याओं और विफलताओं के लिए दूसरों पर उंगली उठाने और दोष मढ़ने के बजाय अपने अंदर झांकना चाहिए।”
बता दें कि, पाकिस्तान में बलोच चरमपंथियों ने 11 मार्च को क्वेटा से पेशावर जा रही जाफर एक्सप्रेस पर हमला करके उसे अपने कब्जे में ले लिया था और यह हाईजैक कई घंटों तक चला था। पाकिस्तान सरकार ने ट्रेन हाईजैक में अपनी सुरक्षा में चूक से बचने के लिए अफगानिस्तान को जिम्मेदार ठहराया था।
गुरुवार, 13 मार्च को पत्रकार वार्ता के दौरान, पाकिस्तान के विदेश कार्यालय के प्रवक्ता शफकत अली खान ने हाईजैक के संबंध में अफगानिस्तान से की गई कॉल के सबूत पेश किए। जब उनसे आतंकवादी हमलों के संबंध में भारत से अफगानिस्तान की ओर पाकिस्तान के रुख में बदलाव के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने अपनी स्थिति को बनाए रखा।
पाकिस्तान विदेश कार्यालय के प्रवक्ता शफकत अली खान ने कहा कि ट्रेन पर हमले में विदेशी ताकत के हाथ होने का आरोप लगाया हालांकि सीधे तौर पर भारत का नाम नहीं लिया गया। उन्होंने कहा कि विद्रोही ट्रेन की घेराबंदी के दौरान अफगानिस्तान में बैठे अपने आकाओं के संपर्क में थे।
प्रवक्ता से जब पूछा गया कि क्या पाकिस्तान ने बीएलए गतिविधि के लिए अतीत में भारत को दोषी ठहराने की अपनी नीति बदल दी है, तो उन्होंने कहा कि भारत के खिलाफ उसके आरोप आज भी कायम हैं।
भारतीय विदेश मंत्रालय के आधिकारिक प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने एक बयान में कहा, “हम पाकिस्तान के निराधार आरोपों को दृढ़ता से खारिज करते हैं। पूरी दुनिया जानती है कि वैश्विक आतंकवाद का केंद्र कहां है। पाकिस्तान को अपनी आंतरिक समस्याओं और विफलताओं के लिए दूसरों पर उंगली उठाने और दोष मढ़ने के बजाय अपने अंदर झांकना चाहिए।”
सरकार की यह प्रतिक्रिया तब आई जब एक वरिष्ठ पाकिस्तानी अधिकारी ने भारत पर ‘आतंकवाद को प्रायोजित करने’ और अपने पड़ोसी देशों को अस्थिर करने की कोशिश करने का आरोप लगाया।