ISCPress

कृषि कानून के तीन बड़े नुकसान, किसानों को पीछे हटने की जरूरत नहीं, हम उनकी पूरी मदद करेंगे: राहुल गाँधी

पिछले दो महीने से ज़्यादा हो गए हैं किसान कृषि कानूनों (Farm Laws) के विरोध आंदोलन कर रहे हैं. गणतंत्र दिवस को ट्रैक्टर रैली में आईटीओ, लालकिले और नांगलोई में पुलिस और किसानों के बीच झड़प हुई. उसके बाद कल से जहाँ जहाँ किसान आंदोलन कर रहे थे उसको खाली कराए जाने का आर्डर दिया गया जिसके बाद यूपी गेट पर भारी बलों ने परेड की आज भी गाजीपुर और सिंघु बॉर्डर पर तनाव की स्थिति है.

इस मामले में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक प्रेस वार्ता के दौरान कहा है इन तीनों कानूनों को समझने की जरूरत है. उन्होंने साफ-साफ बताया कि ये तीनों कृषि कानून कैसे किसानों को नुकसान पहुंचाएंगे.

कृषि कानून के तीन बड़े नुकसान

मोदी सरकार किसानों को मार रही है

राहुल गांधी ने कहा कि कृषि कानूनों ये तीन बड़े नुकसान है. इसलिए किसान दिल्ली की सीमा पर हैं, लेकिन सरकार उन्हें मार रही है. किसानों को मारकर सरकार देश को कमजोर कर रही है.

गणतंत्र दिवस पर हुई हिंसा को लेकर भी राहुल गांधी सवाल किया कि पुरे किसान आंदोलन को दोषी ठहराने से पहले सरकार ये बताए कि 50 किसानों को लालकिले के अंदर जाने की इजाज़त किसने दी क्या इसे रोकना गृहमंत्रालय का काम नहीं है. होम मिनिस्टर अमित शाह से पूछिए इसके पीछे क्या आइडिया था.

राहुल गाँधी ने ये भी कहा: कि प्रधानमंत्री पांच बिजनेस मैन के लिए काम करते है. नोटबंदी उनके लिए लाए, जीएसटी उनके लिए लाए, किसान कानून उनके लिए लाए. इस लिए मैं कहता हूँ कि किसानों को पीछे हटने की जरूरत नहीं, हम उनकी पूरी मदद करेंगे. डटे रहें.

बता इससे पहले भी राहुल गाँधी किसान आंदोलन के समर्थन में बयान दे चुके हैं इससे पहले राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए लिखा था कि पीएम मोदी हमारे किसान-मज़दूर पर वार करके भारत को कमज़ोर कर रहे हैं. फ़ायदा सिर्फ़ देश-विरोधी ताक़तों का होगा.

एक दूसरे ट्वीट में उन्होंने लिखा था कि तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था को कमजोर कैसे करते हैं, ये सीखना हो तो कोई मोदी सरकार से सीखे.

 

Exit mobile version