एक तरफ़ Covid-19 की तीसरी लहर दूसरी तरफ़ डेंगू का ख़तरा, नेता चुनाव रणनीति में मस्त जनता करे तो क्या करे
उत्तर प्रदेश के मथुरा, बलिया, आगरा और फिरोज़ाबाद जैसे कई ज़िलों में डेंगू का प्रकोप जारी है, उधर स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह भी जानकारी दी कि उत्तर प्रदेश में जो डेंगू फैल रहा है वह D2 स्ट्रेन का है जिसके बारे में एक्सपर्ट का कहना है कि यह जानलेवा होता है।
ICMR के डायरेक्टर जनरल डॉक्टर बलराम भार्गव ने बताया कि उत्तर प्रदेश में सैंपल डेंगू की D2 कैटेगरी दिखाई दी है जो ख़तरनाक और जानलेवा होती है, इससे बचने का रास्ता यही है कि इसे पनपने मत दें, आसपास पानी जमा मत होने दें जिसमें यह मच्छर पनप सकें, मानसून में इस चीज़ को लेकर सावधानी बेहद ज़रूरी है।
नीति आयोग के सदस्य डॉ वीके पॉल ने बताया कि मच्छरों की वजह से बीमारियां उभर कर आ रही हैं इसलिए सतर्क रहें क्योंकि डेंगू आप देख ही रहे हैं बरसात के बाद मलेरिया शुरू हो जाएगा, इसलिए मेरी अपील है आप सभी तैयारी बना कर रखें और डेंगू मलेरिया जैसी बीमारी से बचें, पानी आसपास बिल्कुल जमा मत होने दें।
उन्होंने अपने बयान में कहा कि यदि किसी को बुख़ार आता है तो वह कोविड भी हो सकता है और डेंगू मलेरिया भी, ऐसे में बिल्कुल भी देर मत करें और तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें, क्योंकि डेंगू का स्ट्रेन जानलेवा है और उसकी कोई वैक्सीन भी नहीं है।
लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि सरकार क्या कर रही है? जिन ज़िलों में डेंगू का प्रकोप जारी है वहां से ख़बरें तो यह भी हैं कि अस्पतालों में बेड की कमी पड़ रही है, क्या जनता केवल वोट देने के लिए है? ऐसे माहौल में जहां कोविड का ख़ौफ़ लोगों के दिलों में बैठा हो ऊपर से यह डेंगू का नया स्ट्रेन तो सरकार ने जनता के लिए क्या सोचा है!!।