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संविधान और लोकतंत्र की आत्मा पर प्रहार करने वाले मनाएंगे ‘संविधान हत्या दिवस’: प्रियंका गांधी

संविधान और लोकतंत्र की आत्मा पर प्रहार करने वाले मनाएंगे ‘संविधान हत्या दिवस’: प्रियंका गांधी

नई दिल्ली: कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने केंद्र सरकार और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधते हुए कहा कि संविधान और लोकतंत्र की आत्मा पर प्रहार करने वाले लोग संविधान हत्या दिवस मनाएंगे। केंद्र सरकार ने 25 जून को ‘संविधान हत्या दिवस’ के रूप में मनाने का निर्णय लिया है, जो 1975 में आपातकाल की घोषणा की तारीख है।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का बयान
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि संविधान हत्या दिवस 25 जून को मनाया जाना हमें उस समय की याद दिलाएगा जब संविधान को रौंदा गया था। यह दिन हमें उस कठिन समय की ओर ले जाएगा जब देश की संवैधानिक स्वतंत्रता पर प्रहार हुआ था और हमें सतर्क रहने की प्रेरणा देगा।

प्रियंका गांधी का वक्तव्य
प्रियंका गांधी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “भारत की महान जनता ने ऐतिहासिक लड़ाई लड़कर अपनी आजादी और अपना संविधान हासिल किया है। जिन्होंने संविधान को बनाया, जिनकी संविधान में आस्था है, वे ही संविधान की रक्षा करेंगे।” उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा, “संविधान लागू होने का विरोध किया, संविधान की समीक्षा करने के लिए आयोग बनाया, संविधान खत्म करने का आह्वान किया, अपने फैसलों और कृत्यों से बार-बार संविधान और लोकतंत्र की आत्मा पर प्रहार किया, वे नकारात्मक राजनीति वाला ‘संविधान हत्या दिवस’ मनाएंगे ही, इसमें आश्चर्य कैसा?”

प्रियंका गांधी के इस बयान से स्पष्ट है कि कांग्रेस पार्टी और भाजपा के बीच वैचारिक संघर्ष जारी है। एक ओर जहां भाजपा 1975 के आपातकाल को संविधान हत्या दिवस के रूप में मनाने की तैयारी कर रही है, वहीं कांग्रेस इसे भाजपा की नकारात्मक राजनीति के रूप में देख रही है। केंद्र सरकार के इस निर्णय ने एक बार फिर से देश में राजनीतिक बहस को गरमा दिया है। भाजपा जहां इसे संविधान की रक्षा का प्रतीक मान रही है, वहीं कांग्रेस इसे लोकतंत्र और संविधान पर प्रहार के रूप में देख रही है। इस प्रकार के बयानों से स्पष्ट है कि आगामी चुनावों में यह मुद्दा महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।

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