जाति या धर्म के आधार पर कोई भेदभाव नहीं होना चाहिए: वायुसेना प्रमुख
वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने गुरुवार को युवाओं से भारत को अतीत की तरह एक महान देश बनाने और जाति या धर्म के आधार पर भेदभाव का त्याग करने का आह्वान किया। वायुसेनाध्यक्ष कर्णावती विश्वविद्यालय के छठे दीक्षांत समारोह के दौरान छात्रों को संबोधित कर रहे थे। एयर चीफ मार्शल सिंह ने अपने संबोधन में कहा, मुझे जिम्मेदारी के पहलू पर बोलने दीजिए। हमें इस देश को महान बनाना है। हम कभी दुनिया में अग्रणी थे, लेकिन पिछली कुछ शताब्दियों में हम पिछड़ गए। अगर हमें फिर से अच्छा करना है, तो आप जैसे लोग ही महत्वपूर्ण होंगे, जो इस देश का भविष्य हैं।
वायुसेना चीफ एपी सिंह ने युवाओं से जाति और धर्म के नाम पर भेदभाव न करने की अपील की है। एयरफोर्स प्रमुख का ये बयान इसलिए भी अहम क्योंकि कुछ दिन पहले ही कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बयान दिया था कि, भारतीय सेना 10 फीसदी आबादी के कंट्रोल में है।
एयर चीफ मार्शल ने कहा कि मुझे जिम्मेदारी के पहलू पर बात करने दीजिए। हमें इस देश को महान बनाना है। अगर हमें फिर से अच्छा करना है तो आप जैसे लोग ही मायने रखेंगे, जो इस देश का भविष्य हैं। एकता पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि सभी नागरिकों की रगों में एक ही खून बहता है।
वायुसेना प्रमुख ने आगे कहा कि एक-दूसरे की भावनाओं का सम्मान करें। कोई सामाजिक विभाजन नहीं होना चाहिए, क्योंकि जो भी हमें विभाजित करता है वह अच्छा नहीं है। हम सब एक ही धरती के हैं। जाति या धर्म के आधार पर कोई भेदभाव नहीं होना चाहिए। तभी हमारा देश प्रगति करेगा।
उन्होंने छात्रों से कहा कि कुछ भी बनने से पहले उन्हें करुणा, ईमानदारी, निष्ठा और निस्वार्थता जैसे गुणों वाला अच्छा इंसान बनने का प्रयास करना होगा। टीम वर्क के महत्व पर प्रकाश डालते उन्होंने कहा कि टीम वर्क बहुत महत्वपूर्ण है। याद रखें, हम सभी एक बड़ी प्रणाली का हिस्सा हैं। हम सभी दीवार में ईंटों की तरह हैं। हम सभी को अपना कर्तव्य निभाना होगा। यह राष्ट्र आपसे और मुझसे बना है।

