राजस्थान के जोधपुर मे आज आरएसएस की तीन दिवसीय बैठक शुरू
आरएसएस की अखिल भारतीय समन्वय बैठक आज से शुरू होने जा रही है। बैठक में भाग लेने के लिए संघ प्रमुख डॉ. मोहन भागवत सोमवार से जोधपुर में हैं। कल भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी यहां पहुंच चुके हैं। जोधपुर के लाल सागर इलाके में आदर्श स्कूल में ये बैठक सुबह 9 बजे से शुरू होगी और 7 सितंबर तक चलेगी।
विविध संगठन के अलावा आरएसएस के अखिल भारतीय अधिकारी समेत 71 प्रतिभागी इस बैठक में हिस्सा लेंगे। कुल मिलकर संघ और उसके अनुषांगिक संगठनों के 320 प्रमुख लोग इस बैठक में शामिल हो रहे हैं। सभी 32 संगठनों के राष्ट्रीय अध्यक्ष और संगठन मंत्री के अलावा कुछ प्रमुख अधिकारी उपस्थित होंगे।
आरएसएस के राष्ट्रीय प्रचार एवं मीडिया विभाग प्रमुख सुनील अंबेकर के अनुसार इस बैठक का उद्देश्य भाग लेने वाले संगठनों के बीच बेहतर सहयोग को बढ़ावा देना है, न कि प्रस्ताव पारित करना या औपचारिक निर्णय लेना। उन्होंने कहा कि यह मंच निर्णय लेने के लिए नहीं है क्योंकि प्रत्येक संगठन की अपनी कार्यकारिणी होती है।
अंबेकर ने बताया कि बैठक में सभी संगठन राष्ट्रीय एकता, सुरक्षा और सामाजिक दृष्टिकोण जैसे अहम मुद्दों पर विस्तृत चर्चा करेंगे। वे अपने जमीनी अनुभवों के आधार पर देश की मौजूदा स्थिति का आकलन प्रस्तुत करेंगे और पंजाब, पश्चिम बंगाल तथा पूर्वोत्तर जैसे राज्यों से जुड़े क्षेत्रीय मुद्दों पर विचार साझा करेंगे।
बैठक में पांच मुख्य विषयों पर मंथन किया जाएगा, जिनमें सामाजिक समरसता को बढ़ावा देना, परिवार संस्था को मजबूत करना, पर्यावरण हितैषी जीवनशैली अपनाना, भाषा और परिधान जैसी क्षेत्रीय पहचान को मान्यता देना, आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देना और नागरिक कर्तव्यों के प्रति जागरूकता लाना शामिल है।
अंबेकर ने जोर देकर कहा कि संविधान अधिकारों के साथ-साथ कर्तव्यों की भी बात करता है। हर नागरिक से अपेक्षा है कि वह समाज का जिम्मेदार सदस्य बनकर देश की प्रगति में योगदान दे। इसके अलावा बैठक के विशेष सत्रों में क्षेत्रीय पहचान और नागरिक जागरूकता पर भी चर्चा होगी, ताकि राष्ट्र के भविष्य के लिए इनके महत्व को सामने लाया जा सके।
समन्वय बैठक में संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत और सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले का उद्बोधन भी होगा। संघ प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर के मुताबिक इस समन्वय बैठक में संघ के सभी अनुषांगिक अपनी वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे। साथ ही देश की मौजूदा परिस्थितियों के बारे में विस्तृत चर्चा होगी। साथ ही अलग क्षेत्रों की मौजूदा परिस्थिति के बारे में भी चर्चा होगी।
बैठक में पंजाब, पश्चिम बंगाल और नॉर्थ ईस्ट के बारे में वहां काम कर रहे अनुषांगिक संगठन के प्रतिनिधि और संघ के अधिकारी अपने अपने अनुभव और आंकलन साझा करेंगे और उस पर अनुकरणीय विषयों को अमल में लाया जाएगा।संघ का कहना है कि अखिल भारतीय समन्वय बैठक में किसी तरह का निर्णय नहीं होता है मगर हरेक ज्वलंत मुद्दे पर चर्चा जरूर होती है।

