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दिल्ली, यूपी और केरल में तेजी से बढ़ रहा है कोरोना,हालात चिंताजनक

दिल्ली, यूपी और केरल में तेजी से बढ़ रहा है कोरोना,हालात चिंताजनक

देश के हालत कुछ बेहतर होते जा रहे थे कि कोरोना के नए आंकड़ों ने फिर स चिंता बढ़ा दी है। नए आंकड़रों के विश्लेषण में सामने आया कि देश के जिन राज्यों में यथास्थिति बरकरार थी या फिर संक्रमण में कमी देखी जा रही थी, उनके मुकाबले 10 राज्यों के अधिकतर जिलों में संक्रमण दर में तेजी देखी जा रही है। उत्तर प्रदेश के 75 जिलों में से 36 में संक्रमण में बढ़ोतरी देखी जा रही है। केरल के चार जिलों में संक्रमण की दर में कमी देखी जा रही थी, वहीं अब इसके मुकाबले 10 जिलों में संक्रमण की दर बढ़ रही है।

देश में एक बार फिर कोरोना तेजी से बढ़ता जा रहा है। राजधानी दिल्ली समेत देश के कई राज्यों में बढ़ते संक्रमण के मामलों ने एक बार फिर लोगों की चिंता बढ़ा दी है। महामारी के बढ़ते मामलों पर आंकड़ों का विश्लेषण किया जिससे अंदाजा होता है कि 16 से 19 अप्रैल के बीच 233 जिलों में संक्रमण की दर में काफी तेजी आई है । दिल्ली में 11 और 18 अप्रैल के बीच रोजाना दर्ज होने वाले कोविड मामलों में करीब तीन गुना वृद्धि देखी जा रही है। सोमवार को दिल्ली में संक्रमण की दर ने 7.7 फीसदी के आंकड़े को पार कर लिया, जो मंगलवार को कोविड के 632 ताजा मामले कम होकर 4.4 फीसदी तक रहा। देश के कुल कोरोना संक्रमण मामले में दिल्ली की हिस्सेदारी 20 फीसदी तक रही।

मौजूदा आंकड़ों के विश्लेषण में सामने आया कि देश के जिन राज्यों में यथास्थिति बरकरार थी या फिर संक्रमण में कमी देखी जा रही थी, उनके मुकाबले 10 राज्यों के अधिकतर जिलों में संक्रमण दर में तेजी देखी जा रही है। उत्तर प्रदेश के 75 जिलों में से 36 में संक्रमण में बढ़ोतरी देखी जा रही है। केरल के चार जिलों में संक्रमण की दर में कमी देखी जा रही थी, वहीं अब इसके मुकाबले 10 जिलों में संक्रमण की दर बढ़ रही है। 16 और 19 अप्रैल के बीच पांच फीसदी से अधिक संक्रमण वाले जिलों की संख्या 34 से बढ़कर 36 हो गई। दूसरी तरफ, 16 और 19 अप्रैल के बीच दिल्ली में केवल एक जिले ने पांच फीसदी से अधिक संक्रमण दर दर्ज की। राष्ट्रीय राजधानी के चार जिलों में पांच फीसदी से अधिक संक्रमण दर दर्ज की गई।

उधर , महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में भी हाल के दिनों में संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी देखी गई है। मुंबई में करीब डेढ़ महीने बाद संक्रमण के ताजा मामलों ने 80 के स्तर को पार किया। वहीं गुजरात के एक अन्य व्यक्ति में भी एक्सई वैरिएंट का संक्रमण मिला था, जिसने मुंबई की यात्रा की थी। हालांकि उनके संपर्क में आए किसी भी व्यक्ति में एक्सई स्वरूप का संक्रमण नहीं पाया गया। कोरोना वायरस का एक्सई स्वरूप सार्स-कोव-2 वायरस के ओमीक्रॉन वैरिएंट की तुलना में अधिक संक्रामक है।

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