संविधान की रक्षा के लिए जनता अब पूरी तरह INDIA के साथ खड़ी है: राहुल गांधी
नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव के बाद देश के सात राज्यों में 13 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव के नतीजे शनिवार को घोषित किए गए। इंडिया गठबंधन में शामिल दलों ने 13 में से 10 सीटें जीत कर एक बार फिर अच्छा प्रदर्शन किया है। कांग्रेस हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में दो-दो सीटें जीतकर गदगद है। कांग्रेस ने कहा कि लोकसभा चुनाव में जनता का संदेश बहुत स्पष्ट था, लेकिन लोगों ने देखा कि सरकार में अभी भी वही घमंड और ऐंठन थी इसलिए देश की जनता ने महीने भर में दूसरी बार बीजेपी को संदेश दिया है।
भाजपा द्वारा बुना गया ‘भय और भ्रम’ का जाल टूट चुका है
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा कि उपचुनाव के नतीजों से साफ है कि देश की जनता इंडिया गठबंधन के साथ है।राहुल गांधी ने कहा है, “7 राज्यों में हुए उपचुनाव के नतीजों ने स्पष्ट कर दिया है कि भाजपा द्वारा बुना गया ‘भय और भ्रम’ का जाल टूट चुका है। किसान, नौजवान, मज़दूर, व्यापारी और नौकरीपेशा समेत हर वर्ग तानाशाही का समूल नाश कर न्याय का राज स्थापित करना चाहता है। अपने जीवन की बेहतरी और संविधान की रक्षा के लिए जनता अब पूरी तरह से INDIA के साथ खड़ी है।’
100 साल पीछे-आगे भटकाने वाली राजनीति से देश का भला नहीं होगा: प्रियंका
प्रियंका गांधी ने एक पोस्ट में कहा कि सात राज्यों की 13 सीटों पर हुए उपचुनाव में देश की जनता ने अपना समर्थन INDIA गठबंधन को दिया है। देवभूमि हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड की जनता ने कांग्रेस पर भरोसा जताया है। कांग्रेस और इंडिया गठबंधन के सभी विजयी प्रत्याशियों को बहुत-बहुत बधाई। उन्होंने आगे कहा कि देश की जनता यह समझ चुकी है कि 100 साल पीछे और 100 साल आगे भटकाने वाली राजनीति से देश का भला नहीं होने वाला है। जनता को सकारात्मक राजनीति चाहिए जो वर्तमान को बेहतर करे और भविष्य के उज्ज्वल होने का स्पष्ट खाका तैयार करे। हम युवा भारत की जरूरतों और आकांक्षाओं के प्रति संकल्पबद्ध हैं।
राहुल और कांग्रेस की ओर से यह प्रतिक्रिया तब आई है जब उपचुनाव में इंडिया गठबंधन ने 13 में से 10 सीटें जीतीं, जबकि एनडीए को केवल दो सीटें मिलीं। बिहार में एक निर्दलीय उम्मीदवार ने रूपौली में जीत दर्ज की। लोकसभा चुनाव के बाद बीजेपी के लिए यह लगातार दूसरा बड़ा झटका है। लोकसभा चुनाव में भी बीजेपी को अपने दम पर बहुमत नहीं मिला है।