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ममता बनर्जी को सता रहा है हार का डर, अपील के कई मायने

ममता बनर्जी को सता रहा है हार का डर, अपील के कई मायने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को भवानीपुर उपचुनाव में हार का डर सता रहा है।

ममता बनर्जी की भावुक अपील के कई मायने निकाले जा रहे हैं। ममता बनर्जी ने पश्चिम बंगाल की सत्ता में भले ही दोबारा भारी बहुमत से वापसी कर ली हो लेकिन उनकी चुनौतियां और मुश्किलें कम नहीं हो रही हैं।

विधानसभा चुनाव से पहले टीएमसी छोड़कर भाजपा में शामिल हुए उनके सिपहसालार शुभेंदु अधिकारी से नंदीग्राम सीट पर मिली हार बंगाल चुनाव में ममता की बड़ी जीत पर भारी पड़ती दिख रही है। यही कारण है कि ममता बनर्जी अभी तक इस हार को चाह कर भी नहीं भूल पा रही हैं।

भवानीपुर में हो रहे उपचुनाव में ममता बनर्जी कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती हैं। ममता बनर्जी ने भवानीपुर में अपना चुनावी अभियान शुरू करते हुए यहां की जनता से एक-एक वोट कीमती बताकर अपने हक में मतदान करने की अपील की है।

इकबालपुर में बुधवार को एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि आपका एक-एक वोट मेरे लिए बेहद कीमती है। यदि आप यह सोचकर मतदान नहीं करेंगे दीदी तो पक्का जीत रही हैं तो यह बहुत बड़ी भूल होगी। यदि बारिश या तूफान भी आ जाए तब भी घर में मत बैठे रहना। अपना वोट डालने अवश्य जाना। नहीं तो मैं मुख्यमंत्री नहीं बनी रह पाऊंगी। आपको एक नया मुख्यमंत्री मिलेगा ।

ममता बनर्जी की अपील में जहां कुछ लोगों को उनका हार के प्रति डर दिखाई दे रहा है वहीँ यह भी स्पष्ट है कि वह भवानीपुर उपचुनाव को किसी भी कीमत पर जीतना चाहती हैं। तृणमूल कांग्रेस ने बंगाल विधानसभा चुनाव में राज्य की 292 सीटों में से 213 पर जीत हासिल की थी लेकिन ममता बनर्जी नंदीग्राम सीट पर अपने सिपहसालार रहे शुभेंदु अधिकारी से हार गईं थी।

भवानीपुर सीट पर ममता बनर्जी को भाजपा से टक्कर मिल रही है। ममता की अपील पर भाजपा आईटी सेल के मुखिया ने निशाना साधते हुए ट्वीट किया कि भवानीपुर में लहर वैसी नहीं है जैसा ममता बनर्जी ने सोचा था। ऐसा लग रहा है कि उन्होंने भांप लिया है कि चुनाव उनके लिए मुश्किल होने जा रहे हैं। वह मजबूरी में प्रचार कर रही है। लेकिन जनता की चुप्पी में ही असली कहानी छुपी हुई है।

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