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देश की दूसरी आजादी की लड़ाई देश का किसान लड़ रहा: राकेश टिकैत

देश में नए कृषि कानूनों (Farm Laws) को लेकर किसान पिछले तीन महीने से केंद्र सरकार के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने कृषि क़ानूनों को लेकर एक बार फिर से केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए केंद्र सरकार की तुलना अंग्रेज़ों की हुकूमत से कर दी है.

बता दे कि राकेश टिकैत ने कहा है कि किसान आंदोलन देश की आजादी की दूसरी लड़ाई है. जिस तरह से देश की आजादी की लड़ाई पहली लड़ाई अंग्रेज़ों के ख़िलाफ़ थी, उसी तरह से देश की दूसरी आजादी की लड़ाई देश का किसान लड़ रहे है.

ग़ौर तलब है कि किसान नेता राकेश टिकैत ने आंदोलन की नई रणनीति का ऐलान करते हुए कहा कि अब वो आंदोलन को नई शक्ल देंगे.

किसान नेता ने कहा कि मीडिया हमारे आंदोलन को लेकर जिस तरह का दोगलापन दिखा रहा है, अगर आगे भी मीडिया की ये सरकार से दलाली की नीति ख़त्म नहीं हुई तो हम सभी किसान अपनी फसलों को लेकर अलग अलग मीडिया समूहों के दफ्तरों में जाएंगे और वहीं जाकर अपनी फसल बेचेंगे.

राकेश टिकैत ने अपने परिवार के लोगों के बारे में भी इस दौरान बात की और कहा कि मेरे परिवार वालों का मुझे पूरा सहयोग और समर्थन है.

उन्होंने मुझे कह रखा है कि जब तक सरकार इन कृषि बिलों को रद्द नहीं करती, तब तक वापस मत लौटना.

राकेश टिकैत ने आज भी साफ़ साफ़ सरकार से कहा है कि जब तक सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कानून नहीं बनाती. तब तक हम पीछे नहीं हटेंगे .

राकेश टिकैत के इस बयान पर एक मीडियाकर्मी ने तंज कस्ते हुए कहा कि टिकैत साहब, कहीं ऐसा न हो कि आंदोलन करते करते आपके सिर पर जो थोड़े बहुत काले बाल बचे हुए हैं, कहीं वो भी सफेद न हो जाए.

किसान नेता ने मीडियाकर्मी की इस बात का मुँह तोड़ जवाब देते हुए कहा कि जीना यहां, मरना यहां, इसके सिवा जाना कहां ! इसके अलावा वो और कहां जा सकते हैं !

पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के बारे में बात करते हुए किसान नेता ने कहा कि हम पूरी कोशिश कर रहे हैं कि पुरे देश के किसानों को इन कानूनों के खिलाफ एकजुट करें. पश्चिम बंगाल भी जाकर हमने वहां के किसान को इन क़ानूनों के बारे और न क़ानूनों से होने वाले नुकसान को बताया है साथ ही हमने बंगाल की जनता से अपील की है कि वो भाजपा को वोट न दें अगर कोई भाजपा का नेता आपसे वोट मांगने आपके बीच आता है तो सबसे पहले उससे एमएसपी पर कानून बनाने की बात करें.

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