नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर जो हादसा हुआ, वो नरसंहार है: कांग्रेस
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ के मामले से सियासी पारा चढ़ गया है। विपक्षी दल केंद्र सरकार पर हमलावर हैं। कांग्रेस ने नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ में हुई मौतों के बारे में सरकार पर रविवार को सच्चाई छिपाने का आरोप लगाया और कहा कि इससे एक बार फिर रेलवे की ‘विफलता’ और सरकार की ‘असंवेदनशीलता’ उजागर हुई है। नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार रात मची भगदड़ में 18 लोगों की मौत हो गई।
कांग्रेस वक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने प्रेसे से बात करते हुए कहा, “नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर कल रात जो हुआ, वो हादसा नहीं ‘नरसंहार’ है। वहां का मंजर देखकर दिल दहल गया। आस्था और विश्वास से भरे कई श्रद्धालु कुंभ जाने के लिए आए तो जरूर, लेकिन रेलवे प्रशासन की नाकामी के कारण आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, दम घुटने से 18 लोगों की मौत हो गई, जिसमें 9 महिलाएं, 4 पुरुष और 5 बच्चे शामिल हैं।”
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा, “रेलवे की नाकामी के बाद जो हुआ, वो और शर्मनाक है। रेल मंत्री इस्तीफा देने के बजाए पूरी तरह से बेशर्मी पर उतर आए और पूरे महकमे को लीपा-पोती पर लगा दिया और अभी भी बेशर्मी पर आमादा हैं। इतना बड़ा हादसा हो जाने के बाद भी नैरेटिव बनाया गया कि सब कुछ कंट्रोल में है। जब लोग भगदड़ में मर रहे थे तो रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव मौत के आंकड़ें छिपाने में जुटे हुए थे।”
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि महाकुंभ के लिए प्रयागराज जाने वाले श्रद्धालुओं की बड़ी संख्या को देखते हुए स्टेशन पर बेहतर व्यवस्था की जानी चाहिए थी। गांधी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘यह घटना एक बार फिर रेलवे की विफलता और सरकार की असंवेदनशीलता को उजागर करती है। प्रयागराज जाने वाले श्रद्धालुओं की बड़ी संख्या को देखते हुए स्टेशन पर बेहतर व्यवस्था की जानी चाहिए थी।’
उन्होंने कहा, ‘सरकार और प्रशासन को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि कुप्रबंधन और लापरवाही के कारण किसी को जान न गंवानी पड़े।’ गांधी ने कहा कि भगदड़ में कई लोगों के जान गंवाने और घायल होने की खबर बेहद दुखद और परेशान करने वाली है। उन्होंने कहा, ‘मैं शोकसंतप्त परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।’