ठाकरे ब्रांड अब बीएमसी चुनाव में प्रभावी नहीं होगा: रामदास अठावले
शनिवार (23 अगस्त 2025) को केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने उद्धव ठाकरे की शिवसेना (यूबीटी) और राज ठाकरे की मनसे के गठबंधन पर कड़ी टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि “ठाकरे ब्रांड” अब महाराष्ट्र की राजनीति में प्रभावशाली नहीं रहा और इसका असर आगामी बीएमसी चुनावों में भी दिखाई देगा। अठावले का यह बयान बेस्ट चुनाव में ठाकरे गुटों की हार के बाद सामने आया।
बाला साहेब ठाकरे का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि उनकी रैलियों में भीड़ तो रहती थी लेकिन वोट नहीं मिलते थे, और आज वही स्थिति राज ठाकरे के साथ भी है। अठावले का दावा है कि बीएमसी चुनावों में महायुति गठबंधन को ही सफलता मिलेगी।
भाजपा नेताओं से राज ठाकरे की मुलाकात पर अठावले ने कहा कि अगर उन्हें महायुति में शामिल किया गया तो मराठी और गैर-मराठी वोटों का बंटवारा होगा, जिससे नुकसान हो सकता है। उनके अनुसार, लोकसभा चुनाव में राज ठाकरे के समर्थन से गठबंधन को झटका लगा था, जबकि विधानसभा चुनाव में उनकी गैरमौजूदगी से फायदा हुआ।
शरद पवार द्वारा चुनाव आयोग पर लगाए गए आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए अठावले ने कहा कि “अगर उनके पास सबूत हैं तो उन्हें आयोग के समक्ष रखना चाहिए, सिर्फ बयानबाजी से कुछ नहीं होगा।” उन्होंने राहुल गांधी को भी सलाह दी कि वे इस मामले पर सीधे आयोग से बात करें।
तेजस्वी यादव पर दर्ज एफआईआर और उनके बयानों पर अठावले ने कहा कि व्यक्तिगत टिप्पणी करना उचित नहीं है और संविधान में ऐसी स्थितियों पर कार्रवाई का प्रावधान मौजूद है। वहीं भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मुकाबले को लेकर उन्होंने कहा कि इसे आतंकवादी घटनाओं से जोड़ना गलत है। अठावले ने विश्वास जताया कि भारतीय टीम मैदान में पाकिस्तान को मात देकर जवाब देगी।
मुंबई की सड़कों की बदहाल स्थिति पर उन्होंने चिंता जताई और कहा कि बरसात के दौरान गड्ढे बनने से लोगों की जान भी जाती है, इसलिए गड्ढा-मुक्त सड़कों के लिए तेजी से काम होना जरूरी है।

