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तमिलनाडु सरकार ने ऑल्ट न्यूज के सह-संस्थापक मोहम्मद जुबैर को सांप्रदायिक सद्भाव पुरस्कार से नवाज़ा

तमिलनाडु सरकार ने ऑल्ट न्यूज के सह-संस्थापक मोहम्मद जुबैर को सांप्रदायिक सद्भाव पुरस्कार से नवाज़ा

तमिलनाडु सरकार ने शुक्रवार को पत्रकार मोहम्मद जुबैर को सांप्रदायिक सद्भाव पुरस्कार देकर सम्मानित किया। जुबैर को यह सम्मान उनकी फैक्ट चेकिंग वेबसाइट पर लगाई गई खबरों को लेकर दिया गया है। उन्होंने हिंदी भाषी लोगों को बदनाम करने वाली अफवाहों का भंडाफोड़ किया था।

जुबैर तमिलनाडु के कृष्णागिरि जिले के डेंकानिकोट्टई के मूल निवासी हैं। ऑल्ट न्यूज़ पोर्टल एक तथ्य-जांच पोर्टल है और सोशल मीडिया पोस्ट की सत्यता का विश्लेएषण करता है। जुबैर का जन्म 29 दिसंबर 1983 को भारत के कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में हुआ था। वह एक मुस्लिम परिवार से हैं। मोहम्मद जुबैर रमैया इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से एक एमएस ग्रैजुएट हैं। उन्होंने नोकिया के लिए एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर के रूप में दस साल से अधिक समय तक काम किया।

कुछ समय पहले तमिलनाडु में हिंदी भाषी लोगों को लेकर बहुत सी अफवाहें उड़ीं थीं। कहा गया था कि प्रवासी मजदूरों पर हमला किया जा रहा है। इन अफवाहों के चलते बड़ी संख्या में बिहार और उत्तर प्रदेश से आए मजदूर वापस घर लौटने लगे थे। रेलवे स्टेशनों पर भीड़ उमड़ पड़ी थी। मोहम्मद जुबैर ने इन अफवाहों की जांच की और लोगों को सच्चाई बताई।

समारोह के दौरान मुख्यमंत्री स्टालिन ने यू. आई अम्मल उर्फ पूर्णम को मुख्यमंत्री का विशेष पुरस्कार भी सौंपा, जिन्होंने वाई. कोडिकुलम में मदुरै ईस्ट पंचायत यूनियन मिडिल स्कूल को हाई स्कूल के रूप में अपग्रेड करने के लिए अपनी 1.52 एकड़ जमीन दान की थी। उन्होंने अपनी बेटी जननी की याद में अपनी जमीन दान कर दी थी, जिनका निधन हो गया था।

पुरस्कार दिए जाने क्या भाजपा ने सवाल उठाए
स्टालिन द्वारा जुबैर को पुरस्कार दिए जाने के कुछ घंटों बाद तमिलनाडु भाजपा प्रमुख के अन्नामलाई ने राज्य सरकार के इस फैसले पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि DMK हर दूसरे सप्ताह एक नया निचला स्तर हासिल कर रही है। फैक्ट चेकर को यह सम्मान देकर राज्य सरकार ने उन सभी लोगों का अपमान किया है जिन्हें पहले यह सम्मान मिला था।

अन्नामलाई ने कहा कि सामाजिक वैमनस्य पैदा करना इस व्यक्ति (जुबैर) को रखने के लिए सही कैटेगरी होगी। द्रमुक की पसंद हमें आश्चर्यचकित नहीं करती। क्योंकि वे आत्मघाती बम विस्फोट (कोयंबटूर में) को सिलेंडर ब्लास्ट कहते रहे हैं। वे फैक्ट चेकर के भेष में आधा सच बेचने वालों को पसंद कर रहे हैं। दूसरी ओर मोहम्मद जुबैर ने कहा है कि वह सम्मान पाकर बहुत खुश हैं।

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