श्रीनगर अभेद्य किले में तब्दील, जम्मू कश्मीर जाएंगे अमित शाह जम्मू कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाए जाने के बाद गृह मंत्री अमित शाह पहली बार जम्मू कश्मीर के दौरे पर जा रहे हैं।
श्रीनगर को अभेद्य किले के रूप में बदल दिया गया है। केंद्रीय गृहमंत्री का जम्मू कश्मीर का तीन दिवसीय दौरा आज से शुरू हो जाएगा। अमित शाह जम्मू कश्मीर में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता करेंगे तथा घाटी में सुरक्षा हालात का जायजा लेंगे।
केंद्रीय गृह मंत्री के साथ होने वाली उच्च स्तरीय बैठक में जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, एनआईए के महानिदेशक के साथ सीआरपीएफ के महानिदेशक भी भाग लेंगे। केंद्रीय गृहमंत्री श्रीनगर और शारजाह से पहली उड़ान को हरी झंडी दिखाने के साथ ही जम्मू-कश्मीर के यूथ क्लब को भी संबोधित करेंगे।
जम्मू कश्मीर में आतंकियों के खिलाफ सुरक्षाबलों की ताबड़तोड़ कार्रवाई के बीच अमित शाह का यह दौरा बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
जम्मू कश्मीर में पिछले कुछ दिनों से चल रही आतंकी गतिविधियों के खिलाफ सुरक्षा बल अलर्ट मोड पर हैं। अमित शाह के दौरे को देखते हुए श्रीनगर में कड़े सुरक्षा प्रबंध किए गए हैं।
केंद्र शासित इस पूरे प्रदेश में सीआरपीएफ की 15 कंपनियों को तैनात कर दिया गया है। लाल चौक पर लोगों की गहनता के साथ तलाशी ली जा रही है। यहां क्विक एक्शन टीम की महिला कमांडो के साथ-साथ सीआरपीएफ की 132 बटालियन चेकिंग में जुटी हुई है। भारी सुरक्षा बलों के साथ ही श्रीनगर में ड्रोन्स के माध्यम से सेना चप्पे चप्पे पर नजर रख रही है। केंद्रीय गृह मंत्री के दौरे से पहले ही पूरे श्रीनगर को अभेद किले के रूप में तब्दील कर दिया गया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार गृहमंत्री 23 अक्टूबर को जम्मू कश्मीर के श्रीनगर पहुंचेंगे। राज्यपाल मनोज सिन्हा आईबी के अधिकारियों एवं सीआरपीएफ एनआईए एवं सैन्य अधिकारियों के साथ दिन में 12:30 बजे मुलाकात करेंगे।
अमित शाह शाम 6:00 बजे श्रीनगर शारजाह की पहली सीधी फ्लाइट को हरी झंडी दिखाने से पहले 4:45 पर राजभवन से जम्मू कश्मीर यूथ क्लब को संबोधित करेंगे। रविवार को राज्य में 2 मेडिकल कॉलेजों की आधारशिला रखेंगे और साथ ही एक उच्च स्तरीय सुरक्षा समीक्षा बैठक में भाग लेंगे।
कहा जा रहा है कि गृहमंत्री की जम्मू कश्मीर यात्रा से पहले आतंकियों के किसी भी नापाक है मंसूबे को विफल करने के लिए सुरक्षा एजेंसियां जी जान से जुटी हुई हैं।
अमित शाह के जम्मू कश्मीर आने से पहले ही सेना की ओर से आतंकवादियों के खिलाफ किसी बड़ी कार्यवाही से इनकार नहीं किया जा सकता। एनआईए ने राज्य के 6 जिलों में कार्रवाई करते हुए 8 लोगों को गिरफ्तार भी किया है और कई घरों पर छापे भी मारे हैं।