सब्जियों के बाद मसालों में लगी आग, ज़ीरे के दाम रिकॉर्ड ऊंचाई पर
नई दिल्ली: सब्जियों के बाद मसालों की कीमतों में भी आग लग गई है। पिछले साल की तुलना में इस साल कुछ मसालों की कीमतें आसमान छू रही हैं। ज़ीरे की कीमतों में सबसे ज्यादा बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। इसकी खुदरा कीमतों में पिछले साल के महीने के आधार पर लगभग 75% की बढ़ोतरी हुई है।
रिपोर्ट के मुताबिक जीरे की कीमत 60 हजार रुपये क्वींटल के करीब पहुंच गई है। इससे किसानों को तो फायदा होगा, लेकिन निम्न और मध्यम वर्ग के लोग दूसरे विकल्प तलाश रहे हैं। लोग तड़के में राई और प्याज का इस्तेमाल करने लगे हैं।
जानकारों के मुताबिक खराब मौसम और उत्पादन में कमी के कारण मसालों की कीमतें बढ़ रही हैं। स्थिति गंभीर बनी हुई है क्योंकि कीमतों में उतार-चढ़ाव अगले कैलेंडर वर्ष के दौरान ही होने की उम्मीद है। खासकर जीरे की कीमतों में फिलहाल राहत के आसार नजर नहीं आ रहे हैं। जीरा साल में एक बार होने वाली फसल है और इस साल इसे करीब 30 से 40 फीसदी नुकसान हुआ है।
विशेषज्ञों के मुताबिक बेमौसम बारिश और ओलाबारी के कारण हल्दी जैसी कई फसलों की बुआई काफी कम हो गई है। चक्रवात बिपरजॉय के कारण राजस्थान में धनिया की फसल नष्ट हो गई है। आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में कम बारिश के कारण सूखी मिर्च के उत्पादन में गिरावट आई है।
बता दें कि जनवरी 2023 के बाद मसालों की कीमतों में नरमी आई थी। उसके बाद सालाना आधार पर मसालों की कीमतों में 21 फीसदी की बढ़ोतरी हुई लेकिन पिछले महीने से मसालों की कीमतें फिर बढ़ गई हैं।