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कुछ लोग आदतन हुड़दंग करके लोकतंत्र का चीरहरण कर रहे: पीएम मोदी

कुछ लोग आदतन हुड़दंग करके लोकतंत्र का चीरहरण कर रहे: पीएम मोदी

संसद का बजट सत्र बुधवार से शुरू हो गया है। सत्र के पहले दिन संसद पहुंचने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मीडिया को संबोधित किया। उन्होंने बिना किसी का नाम लिए संसद में हंगामा करने वाले नेताओं को जमकर नसीहत दी अपने संबोधन की शुरुआत ‘राम-राम’ से करने वाले पीएम मोदी ने कहा कि कुछ लोगों का स्वभाव आदतन हुड़दंग करने का बन गया है।

संसद सत्र में मीडिया को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन की शुरुआत ‘राम-राम’ के साथ की। उन्होंने कहा, वर्ष 2024 का राम-राम। साथियों इस नए संसद भवन में जो पहला सत्र हुआ था, उसके आखिर में एक बहुत ही गरिमापूर्ण फैसला लिया था। वह फैसला था नारीशक्ति वंदन अधिनियम का।

उसके बाद 26 जनवरी को भी हमने देखा कि किस प्रकार से देश ने कर्तव्यपथ पर नारी शक्ति के सामर्थ्य को, नारी शक्ति के शौर्य को, नारी शक्ति के संकल्प की शक्ति को अनुभव किया गया। ऐसे में संसद के इस आखिरी सत्र में ऐशे लोग आत्म निरीक्षण जरूर करें कि पिछले 10 साल में उन्होंने क्या किया। पीएम मोदी ने यह नारी शक्ति के साक्षात्कार का पर्व है क्योंकि राष्ट्रपति संसद के संयुक्त सत्र में अभिभाषण देंगी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बजट पेश करेंगी।

प्रधानमंत्री ने रचनात्मक आलोचना की अपील करते हुए कहा, ‘विरोध का स्वर तीखा क्यों न हो, आलोचना तीखी क्यों न हो। लेकिन अच्छे विचारों से जिन्होंने सदन को आशान्वति किया होगा, उनसे देश प्रभावित हुआ होगा। जिन्होंने भले ही विरोध न किया हो, लेकिन खुद की प्रतिभा से परिचय कराया होगा, तीखी आलोचना के बावजूद अपनी बात को प्रभावी ढंग से रखा होगा।’ लेकिन जिन्होंने सिर्फ हुड़दंग, शरारतपूर्ण व्यवहार किया होगा।

उन्हें शायद ही कोई याद करेगा। यह बजट सत्र पश्चाताप का भी अवसर है। यह अच्छे फुटप्रिंट छोड़ने का भी अवसर है। उन्होंने सभी सांसदों से बेहतर से बेहतर प्रदर्शन करने की अपील करते हुए अपने संबोधन का समापन भी ‘राम-राम’ बोलकर किया।

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