विदेश मंत्री एस. जयशंकर के ब्रिटेन दौरे पर लगे, ‘खालिस्तान जिंदाबाद’ के नारे
विदेश मंत्री एस जयशंकर की गाड़ी को लंदन में खालिस्तानी समर्थकों ने घेर लिया। उनमें से एक ने उनकी गाड़ी के सामने आकर तिरंगा भी फाड़ा। विदेश मंत्री इस समय लंदन में हैं। उन्होंने यहां चैथम हाउस थिंक टैंक के एक विशेष कार्यक्रम में हिस्सा लिया था। विदेश मंत्री जयशंकर 9 मार्च तक ब्रिटेन और आयरलैंड की आधिकारिक यात्रा पर हैं।
इस दौरान खालिस्तान समर्थक प्रदर्शनकारियों ने चैथम हाउस के बाहर प्रदर्शन किया। यहां पर खालिस्तानी उपद्रवियों ने एक बार फिर सारी हदें पार कर दी। खालिस्तानी उपद्रवियों ने लंदन में चैथम हाउस के बाहर जमकर उत्पात मचाया। विदेश मंत्री एस. जयशंकर इस दौरान यहां पर एक कार्यक्रम में हिस्सा ले रहे थे।
इस कार्यक्रम के खत्म होने के बाद जैसे ही वे अपनी कार की तरफ बढ़े। वहां पहले से विरोध कर रहे खालिस्तान समर्थकों ने उन्हें देखकर नारेबाजी शुरू कर दी। इसके बाद एक शख्स तिरंगा लेकर उनकी कार के आगे खड़ा हो गया और रास्ता रोक लिया। इस दौरान उसने भारत के राष्ट्रीय ध्वज को फाड़ने जैसी शर्मनाक हरकत भी की।
प्रदर्शन से भारतीयों में नाराजगी खालिस्तान समर्थक की तिरंगा फाड़ने की हरकत को देखते ही सुरक्षाकर्मियों ने उसे पकड़ लिया और गाड़ी से दूर ले गए। वहीं, दूसरी तरफ कुछ लोग हाथों में खालिस्तान का झंडा लेकर नारेबाजी कर रहे थे। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। घटना से भारतीय समुदाय में आक्रोश है।
ब्रिटेन की अपनी मौजूदा यात्रा के दौरान विदेश मंत्री जयशंकर ने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टॉर्मर, विदेश सचिव डेविड लैमी और कई अन्य वरिष्ठ नेताओं के साथ अहम बैठकें की हैं। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने 5 मार्च को लंदन में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टारमर से 10 डाउनिंग स्ट्रीट में मुलाकात की और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से हार्दिक शुभकामनाएं दीं। उन्होंने द्विपक्षीय आर्थिक सहयोग को बढ़ावा देने और पीपल टू पीपल एक्सचेंज बढ़ाने पर चर्चा की।
बैठक के बाद जयशंकर ने मंगलवार को एक्स पर एक पोस्ट में कहा, आज टेन डाउनिंग स्ट्रीट में प्रधानमंत्री कीर स्टारमर से मुलाकात करके बहुत खुशी हुई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से हार्दिक शुभकामनाएं दी। द्विपक्षीय आर्थिक सहयोग को आगे बढ़ाने और लोगों के बीच आदान-प्रदान बढ़ाने पर चर्चा की। प्रधानमंत्री स्टारमर ने यूक्रेन संघर्ष पर ब्रिटेन के दृष्टिकोण को भी साझा किया।

