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कफ़ सिरप से 20 बच्चों की मौत के बाद SIT ने श्रीसन फार्मास्यूटिकल्स के मालिक को गिरफ्तार किया

कफ़ सिरप से 20 बच्चों की मौत के बाद SIT ने श्रीसन फार्मास्यूटिकल्स के मालिक को गिरफ्तार किया

मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा में कफ़ सिरप पीने से गुर्दे (किडनी) में संक्रमण से बच्चों के मरने के मामले में MP SIT ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है उन्होंने मौत के मामले में आरोपी श्रीसन फार्मास्यूटिकल के मालिक रंगनाथन गोविंदन को हिरासत में ले लिया है। श्रीसन फार्मा तमिलनाडु में स्थित है, ये पहले भी गुणवत्ता उल्लंघन के मामलों में फंस चुकी है।

सूत्रों के अनुसार कंपनी ने कोल्ड्रिफ सिरप के कई बैच बिना पूरी तरह से जांच किए हुए ही मध्यप्रदेश, राजस्थान और महाराष्ट्र में भेज दिए थे। SIT जांच में यह बात सामने आई कि कंपनी ने ग्लिसरॉल की जगह डायथिलीन ग्लाइकॉल का इस्तेमाल किया, यह केमिकल इंसानी शरीर के लिए काफी ज़हरीला होता है। इसी केमिकल के कारण 2022 में गाम्बिया और 2023 में उज्बेकिस्तान में भी बच्चों की मौत हुई थी, जो भारतीय दवाओं से जुड़ी घटनाएं थीं।

छिंदवाड़ा SP अजय पांडे ने बताया कि ये कार्रवाई 8 अक्टूबर की रात चेन्नई में की गई। गिरफ्तारी के बाद MP SIT ट्रांजिट रिमांड पर आरोपी को मध्य प्रदेश लेकर आएगी। छिंदवाड़ा में खराब कफ सिरप पीने से अब तक कुल 20 बच्चों की मौत हो चुकी है। बता दें कि कंपनी के मालिक रंगनाथन गोविंदन की गिरफ्तारी पर बीस हजार रुपये का इनाम घोषित था।

कफ सिरप से जुड़ा मौत का मामला सबसे पहले मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा और बैतूल जिलों में सामने आया, जहां पिछले दो सप्ताह में कई बच्चों की मौत हुई। इसके बाद राजस्थान के कुछ इलाकों में भी इसी सिरप से जुड़ी घटनाएं दर्ज की गईं।

छिंदवाड़ा प्रशासन के अनुसार, कोल्ड्रिफ सिरप पीने के बाद बच्चों को उल्टी, पेशाब में दिक्कत और तेज बुखार जैसे लक्षण दिखाई दिए। डॉक्टरों ने जांच में पाया कि बच्चों की किडनी ने काम करना बंद कर दिया था। सभी मृतक बच्चे दो से 5 वर्ष की उम्र के थे। कई को नागपुर और भोपाल के अस्पतालों में भर्ती कराया गया, जहां परीक्षण में उनके शरीर में डायथिलीन ग्लाइकॉल का असर पाया गया।

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