इस्राईली दूतावास के पास बम धमाका का अभी तक दिल्ली पुलिस को कोई ठोस सुराग नहीं मिला है। ये भी कहा जा रहा है कि ये कोई आतंकवादी हमला नहीं था लेकिन इस्राईल इसको आतंकवादी हमला ही बता रहा है जिस वजह से आइबी व स्पेशल सेल समेत तमाम सुरक्षा एजेंसियां इसके जुड़े तार का पता लगाने में जुटी हुई है।
उधर हाल के महीने में जो लोग भी ईरान से दिल्ली आए हैं जिनकी संख्या 170 बताई जा रही है पुलिस इन 170 नागरिकों के रिकार्ड भी खंगाल रही है।
जानकारी के मुताबिक़ जनवरी के महीने ईरान से 150 नागरिक दिल्ली आए हैं। इसके अलावा यहां पहले से रह रहे 20 ईरानी नागरिक पिछले हफ्ते ईरान जा चुके हैं। पुलिस इस सभी इरानी नागरिकों के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त करने की कोशिश कर रही है।
बता दें कि धमाके वाले स्थल से जो लिफाफा मिला है उसमें इस्राईली राजदूत के नाम एक लेटर भी मिला था जिसमें धमकी दी गई और साथ ये भी लिखा गया था कि ये तो ट्रेलर है।
पिछले साल बग़दाद एयरपोर्ट पर ईरान के जनरल कासिम सुलेमानी को अमेरिका ने एक मिज़ाइली हमले में मार दिया था जिसके बाद पिछले साल दिसंबर में ईरान के एक वरिष्ठ वैज्ञानिक मोहसेन फख़री ज़ादे भी मार दिया गया था जिसके बारे में ईरान ने कहा कि मोहसिन फख़री ज़ादे पर हमला इस्राईल ने करवाया है और वो इसका बदला ज़रूर लेगा और उस लेटर में जनरल कासिम सुलेमानी और मोहसेन फख़री ज़ादे की मौत का बदला लेने की बात कही गई है जिसके बाद इस्राईली दूतावास की सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।