ईद के दिन हिंसा के बाद जोधपुर में धारा 144 लागू, इंटरनेट सेवा भी बंद
3 मई 2022 (सोमवार) की रात को राजस्थान के जोधपुर में दो समुदायों में हिंसक झड़प हुई जिसमें दोनों गुटों की तरफ से पथराव भी हुए। हालांकि मौके पर जोधपुर भारी पुलिस बल पहुंच गई और उसके बाद स्थिति पर काबू किया जा सका।
लेकिन आज मंगलवार को सुबह ईद के दिन एक बार फिर जालोरी गेट के पास भीड़ ने हंगामा शुरू कर दिया और पत्थर भी बरसाए।
आपको बता दें कि वहीं राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मामले को संज्ञान लेते हुए एक बड़ी बैठक बुलाई।
इस बैठक में डीजीपी, कमिश्नर जैसे बड़े अधिकारियों को भी बुलाया गया।
सूत्रों के अनुसार पुलिस अधिकारियों से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पूछा है कि स्थिति इतनी बिगड़ी क्यों और बिगड़ी तो इसे काबू में क्यों नहीं किया जा रहा है?
बताते चलें कि जोधपुर के पुलिस कमिश्नर नवज्योति गोगोई ने मीडिया से बात करते हुए कहा है कि “अभी स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है और हम लोग फ्लैग मार्च के लिए भी निकल रहे हैं। साथ ही हम लोग क़ानून के तहत कार्रवाई करेंगे।
हमारे पुलिसकर्मी में से कोई भी गंभीर तौर पर घायल नहीं हुए हैं लेकिन कुछ पुलिसकर्मियों को हल्की चोटें आईं हैं। हम अपनी तरफ से हिंसा करने वालों पर कानून के हिसाब से उचित कार्रवाई करेंगे।
साथ ही हमने धारा 144 पहले से ही लागू कर दिया है और इंटरनेट सेवा भी बंद कर दिया गया है।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि जोधपुर पुलिस ने बताया कि झंडे को लेकर विवाद शुरू हुआ। एडीजी लॉ एंड ऑर्डर हवा सिंह घूमरिया ने बताया कि जिस क्षेत्र में नमाज अदा की जाती है, उसके पास भगवान परशुराम के झंडे लगे थे। झंडे को हटाने को लेकर विवाद हुआ क्योंकि स्थानीय मुस्लिम समुदाय ईद के मौके पर झंडा लगाता है।
वहीं जोधपुर की घटना पर राजस्थान के मंत्री प्रताप सिंह बात करते हुए अपने बयान में कहा है कि ये घटना बीजेपी और आरएसएस की साजिश है।
3 साल से राजस्थान में शांति और अमन है लेकिन अभी डेढ़ साल चुनाव के लिए बाकी है, तो भाजपा चाहती है कि कैसे भी करके दंगे फसाद करें ताकि चुनाव में इसका फायदा उठा सके।