रूसी उप प्रधानमंत्री ने केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान से मुलाक़ात की
रूस के उप प्रधानमंत्री दिमित्री पत्रुशेव ने शुक्रवार को केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान से मुलाक़ात की। दोनों नेताओं ने कृषि क्षेत्र में द्विपक्षीय व्यापार और सहयोग को गहरा करने पर बातचीत की। कृषि मंत्रालय के अनुसार, संवाद के मुख्य बिंदुओं में भारत और रूस के बीच कृषि व्यापार को बढ़ाना शामिल था, विशेषकर भारत के कृषि उत्पादों के निर्यात के विस्तार के माध्यम से।
मंत्रालय के बयान के मुताबिक चौहान ने भारत और रूस की साझेदारी में मौजूद आपसी भरोसे और समझ को रेखांकित किया। यह बैठक उस एक दिन बाद हुई जब पत्रुशेव ने नई दिल्ली में आयोजित वर्ल्ड फ़ूड इंडिया कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाक़ात की थी। उस समय भी दोनों पक्षों ने कृषि, खाद और खाद्य प्रसंस्करण के क्षेत्रों में सहयोग मज़बूत करने पर चर्चा की थी।
कृषि मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा, “चौहान ने कृषि क्षेत्र में भारत की प्रमुख प्राथमिकताओं को साझा किया, जिनमें खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करना, किसानों की आय बढ़ाना और सभी को सुरक्षित व पौष्टिक भोजन की उपलब्धता शामिल है।”
बयान के अनुसार, “दिमित्री पत्रुशेव ने भारत और रूस के बीच कई क्षेत्रों, विशेषकर कृषि क्षेत्र में, लंबे समय से चले आ रहे मज़बूत सहयोग को रेखांकित किया। उन्होंने कृषि व्यापारिक संबंधों को और मज़बूत करने में रूस की गहरी रुचि व्यक्त की और इस साझेदारी को औपचारिक रूप देने के लिए समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर करने की इच्छा जताई।”
भारतीय पक्ष ने कहा कि रूस में प्रमुख कृषि उत्पादों के लिए बेहतर बाज़ार पहुंच सुनिश्चित करना अत्यंत ज़रूरी है।
रूसी प्रतिनिधिमंडल में रूस के उप कृषि मंत्री मक्सिम मार्कोविच, भारत में रूस के राजदूत डेनिस अलीपोव और रूस की संघीय पशु चिकित्सा एवं पादप क्वारंटीन सेवा के प्रमुख सर्गेई डैंकवर्ट शामिल थे। इस बैठक में भारत की ओर से कृषि सचिव देवेश चतुर्वेदी और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे।

