रेवंत रेड्डी ने तेलंगाना के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली, भट्टी विक्रमार्क बने उपमुख्यमंत्री
विधानसभा चुनाव के परिणाम तीन दिसंबर को सामने आए गए थे, जिसके अनुसार तेलंगाना में कांग्रेस ने 64 सीटें हासिल की जबकि बीआरएस (BRS) ने 39, भारतीय जनता पार्टी ने 8, एआईएमआईएम ने 7 और भाकपा ने एक सीट जीती है। आज तेलंगाना कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) के नेता अनुमुला रेवंत रेड्डी ने राज्य के दूसरे मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली है।
शपथ ग्रहण कार्यक्रम में कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया, उपमुख्यमंत्री डी. के. शिवकुमार भी शामिल हुए। रेवंत रेड्डी के साथ 11 विधायकों ने भी मंत्री पद की शपथ ग्रहण की है। रेवंत रेड्डी ने हैदराबाद के एलबी स्टेडियम में तेलंगाना के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है।
तेलंगाना 2014 में बना था और इसमें कांग्रेस ने ही मुख्य भूमिका निभाई लेकिन के. चंद्रशेखर राव ने कांग्रेस से अलग होकर अपनी पार्टी बना ली और तेलंगाना की सत्ता हासिल कर ली। तभी से कांग्रेस कोशिश में थी। उसे इस मिशन को पूरा करने में दस साल लगे। रेवंत रेड्डी की वजह से कांग्रेस का सपना अब साकार हो गया। केसीआर की बीआरएस पार्टी इस विधानसभा चुनाव में धूल चाट चुकी है।
गुरुवार के शपथ ग्रहण समारोह के लिए कांग्रेस सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा भी हैदराबाद पहुंच गए हैं। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, पार्टी महासचिव केसी वेणुगोपाल और तेलंगाना के कांग्रेस प्रभारी माणिकराव ठाकरे समारोह में शामिल हुए। इस समारोह में विभिन्न राज्यों के कांग्रेस प्रमुख भी आए।
रेवंत रेड्डी कार्यालय का कार्यभार संभालने के बाद अपने पहले कामकाज में चुनावी गारंटी को पूरा करने वाली एक फाइल पर हस्ताक्षर करेंगे। नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री 38 वर्षीय महिला को पहली नौकरी देंगे जिसका उन्होंने वादा किया था।
इस भव्य कार्यक्रम में तेलंगाना के पूर्व मुख्यमंत्री केसीआर को भी आमंत्रित किया गया। कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया, उनके डिप्टी डीके शिवकुमार शपथ ग्रहण समारोह में पहुंचे।टीडीपी प्रमुख एन चंद्रबाबू नायडू को भी आमंत्रित किया गया था।