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जम्मू-कश्मीर में मस्जिद में अज़ान देते वक्त रिटायर एसएसपी की हत्या

जम्मू-कश्मीर में मस्जिद में अज़ान देते वक्त रिटायर एसएसपी की हत्या

श्रीनगर: उत्तरी जम्मू-कश्मीर में बारामूला जिले के शेरी इलाके में रविवार को एक मस्जिद में संदिग्ध आतंकवादियों ने पूर्व एसएसपी पर गोलियां चला दीं, जिससे उनकी तत्काल मौत हो गई। पुलिस ने बताया कि आतंकवादियों ने रविवार सुबह बारामूला के पेथा गैंटमुल्ला इलाके में पूर्व पुलिस अधिकारी मुहम्मद शफी मीर पर उस समय गोलियां चला दीं, जब वह एक मस्जिद में अज़ान दे रहे थे। उन्होंने कहा कि हालांकि उनको तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, लेकिन वहां पहुँचते ही डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

कश्मीर जोन पुलिस ने सोशल नेटवर्किंग साइट ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में जानकारी देते हुए कहा, ‘रविवार सुबह-सुबह आतंकवादियों ने फज्र की नमाज अदा करते समय पूर्व पुलिस अधिकारी मुहम्मद शफी पर गोलीबारी की, जिससे उनकी मौत हो गई। उन्होंने बताया कि सुरक्षा बलों ने आसपास के इलाकों की घेराबंदी कर दी है और हमलावरों की बड़े पैमाने पर तलाश शुरू कर दी है।

सूत्रों से पता चला है कि मृतक पुलिस अधिकारी 2012 में सेवा से सेवानिवृत्त होने के बाद अपने पैतृक गांव पीठ गंतमुला में रह रहे थे। स्थानीय लोगों का कहना है कि यह घटना ऐसे क्षेत्र में हुई, जहां उग्रवाद के चरम के दौरान भी कोई हिंसा नहीं देखी गई थी। एक स्थानीय निवासी ने कहा, “यह क्षेत्र हमेशा शांतिपूर्ण था। वहीं पुलिस अधिकारी की मौत से यहां हर कोई गहरे सदमे में है। पुलिस अधिकारी की मौत की हर तरफ़ व्यापक निंदा हो रही है।

डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी के अध्यक्ष गुलाम नबी आजाद ने घटना की निंदा की और कहा, ”मैं जम्मू-कश्मीर में बढ़ती आतंकवाद की घटनाओं से चिंतित हूं। एक्स पर एक पोस्ट में उन्होंने कहा, “सरकार को आतंकवाद पर नकेल कसने और सभी नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए निर्णायक कार्रवाई करनी चाहिए।”

जम्मू-कश्मीर में उनकी पार्टी के अध्यक्ष सैयद मुहम्मद अल्ताफ बुखारी ने कहा कि यह कायरतापूर्ण कृत्य हत्यारों के असली रंग को दर्शाता है क्योंकि पीड़ित को प्रार्थना करते समय गोली मार दी गई थी। उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में कहा: “उन लोगों को शर्म आनी चाहिए जो अभी भी महसूस करते हैं कि हत्यारे जिहाद छेड़ रहे हैं, हत्यारे केवल हत्यारे हैं” चाहे वह किसी भी धर्म य जाति के हों। उन्होंने कहा कि, ‘एक समाज के तौर पर हमें ऐसी हत्या के खिलाफ खड़े होने की जरूरत है।’

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