जीएसटी में सुधार, भारत की कर प्रणाली में ऐतिहासिक क़दम: सीएम योगी
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को कहा कि, केंद्र सरकार द्वारा किए गए ताज़ा जीएसटी (वस्तु एवं सेवा कर) सुधार भारत की, कर प्रणाली की शुरुआत से अब तक की सबसे बड़ी और ऐतिहासिक उपलब्धियों में से एक है।
योगी आदित्यनाथ ने अपने आवास पर पत्रकारों से बातचीत में कहा कि इस बार जीएसटी ढाँचे को बेहद सरल और पारदर्शी बनाया गया है। जहाँ पहले चार स्तरों का टैक्स ढाँचा लागू था, अब उसे घटाकर केवल दो स्तरों पर रखा गया है—5 प्रतिशत और 18 प्रतिशत। मुख्यमंत्री के अनुसार यह क़दम सीधे तौर पर आम आदमी को राहत देगा। चाहे घर की रसोई का सामान हो, किसानों की ज़रूरतें हों, हाउसिंग सेक्टर के निर्माण कार्य हों या फिर राष्ट्रीय स्तर पर बुनियादी ढाँचे की बड़ी परियोजनाएँ—हर क्षेत्र को इसका लाभ मिलेगा।
उन्होंने आगे कहा कि इन सुधारों से देश में माँग (डिमांड) बढ़ेगी, उद्यमशीलता को प्रोत्साहन मिलेगा और अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी। यह बदलाव 2 ट्रिलियन रुपये से अधिक मूल्य वाले क्षेत्रों पर सकारात्मक असर डालेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर जो कर सुधारों की रूपरेखा जनता के सामने रखी थी, वही अब 20 दिनों के भीतर लागू होने जा रही है। इनका क्रियान्वयन 22 सितम्बर से होगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री के इस कदम को “दीवाली का तोहफ़ा” बताते हुए कहा कि पहले विभिन्न करों का बोझ व्यापारियों और करदाताओं के लिए परेशानी का सबब था। जीएसटी लागू होने से “वन नेशन, वन टैक्स” का सपना साकार हुआ और अब नवीनतम सुधारों से यह व्यवस्था और अधिक सरल हो गई है।
मुख्यमंत्री ने विशेष रूप से किसानों का ज़िक्र करते हुए कहा कि नए जीएसटी ढाँचे में उनकी ज़रूरतों का पूरा ध्यान रखा गया है। उन्होंने उम्मीद जताई कि इन सुधारों से न सिर्फ़ कारोबारियों और किसानों को सुविधा मिलेगी, बल्कि आने वाले समय में भारत की आर्थिक प्रगति को भी नई गति मिलेगी।

